पटना. बिहार विधान परिषद के मनोनीत कोटे के 10 और सदस्य रिटायर होने के बाद रिक्त सीटों की संख्या 29 हो गयी हैं. 17 सदस्य 7 मई को ही रिटायर हो चुके हैं जबकि मनोनीत कोटे के दो स्थान पहले से रिक्त हैं.

जो विधानपार्षद रिटायर हुए हैं उनमें रामलषण राम रमण, राणा गंगेश्वर सिंह, जावेद इकबाल अंसारी, शिवप्रसन्न यादव, संजय कुमार सिंह गांधीजी, रामबचन राय, ललन सर्राफ, रणबीर नंदन, विजय कुमार मिश्रा, रामचन्द्र भारती शामिल हैं. ये सारे राज्यपाल द्वारा मनोनीत सदस्य हैं. जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और पशुपति कुमार पारस का स्थान रिक्त है. दोनों ही पिछले लोकसभा चुनाव में सांसद बन चुके हैं. ये दोनों भी राज्यपाल के मनोनीत कोटे से विधानपरिषद बने थे.

वर्ष 2014 में जब राज्यपाल कोटे से 12 सदस्यों का मनोनयन हुआ था तो नीतीश कुमार की अकेली जदयू सरकार थी. ऐसे में उसने सभी सीटों पर अपने लोग भेजे थे. हालांकि बीच में ही नरेन्द्र सिंह की सदस्यता खत्म हो जाने के कारण वह स्थान रिक्त हो गया था. बाद में लोजपा के पशुपति कुमार पारस को उनकी जगह विधानपरिषद भेजा गया था.

वही बिहार में ऐसा चौथी बार हुआ है, जब सभापति और उपसभापति का पद रिक्त है. हालांकि यह संवैधानिक संकट की स्थिति नहीं है। संवैधानिक प्रावधान के अनुसार पद रिक्त होने पर इसके कस्टोडियन राज्यपाल हो जाते हैं.

सबसे पहले 7 मई 1958 से 4 अप्रैल 1959, 2 जुलाई 1973 से 4 जनवरी 1975, 6 मई 1976 से 14 जुलाई 1980 और अभी 7 मई से ये पद रिक्त पड़े हैं.

रिटायर होने वाले सदस्यों में चार-चार स्नातक व शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जबकि द्विवार्षिक चुनाव में विधान सभा क्षेत्र के 9 सदस्य थे. विधान परिषद के स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से रिटायर होने वालों में जदयू के नीरज कुमार, दिलीप कुमार चौधरी, भाजपा के डॉ. एन. के. यादव और निर्दलीय देवेश चंद्र ठाकुर शामिल हैं। नीरज पटना, दिलीप दरभंगा, यादव कोसी और देवेश तिरहुत स्नातक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे.

विधान परिषद के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से रिटायर होने वालों में भाजपा के नवल किशोर यादव, भाकपा के केदारनाथ पांडेय व संजय कुमार सिंह और कांग्रेस के मदन मोहन झा शामिल हैं. नवल पटना, पांडेय सारण, संजय तिरहुत और झा दरभंगा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे. उधर, द्विवार्षिक चुनाव में विधानसभा क्षेत्र से चुने जाने वाले 9 सदस्य भी रिटायर हो चुके हैं. इनमें जदयू के हारुण रशीद, हीरा प्रसाद बिन्द, सतीश कुमार, पी. के. शाही, सोनेलाल मेहता, अशोक चौधरी जबकि भाजपा के कृष्ण कुमार सिंह, संजय मयूख, राधा मोहन शर्मा शामिल हैं.