पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने कोरोना से निपटने को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए. मुख़्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आए लोगों की अधिक से अधिक संख्या में जांच कराई जाए. टेस्टिंग कैपेसिटी बढ़ाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं. भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जाए और इसका विस्तार भी किया जाए. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्य सचिव दीपक कुमार समेत स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आए श्रमिकों की पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग हो. स्क्रीनिंग टीम के साथ स्किल सर्वे के कार्य करने वाले लोग भी रहें ताकि श्रमिक से संबंधित पूरी जानकारी मिल सके. सेफ्टी किट, टेस्टिंग किट्स और ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में उपलब्ध रहे. इसे सुनिश्चित करने के लिए सभी अनिवार्य कदम उठाएं. वेंटीलेटर की भी संख्या बढ़ाई जाए. आवश्यक दवाओं और उपकरणों की भी उपलब्धता सुनिश्चित हो.
आगे उन्होंने कहा कि क्वारैंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों की नियमित हेल्थ स्क्रीनिंग की जाए. उनके बीमारी के लक्षणों की सतत निगरानी हो. सभी जिलों में आइसोलेशन बेड्स की संख्या पूर्ण तैयारी के साथ बढ़ाने की आवश्यकता है. साथ ही कोरोना डेडिकेटेड अस्पतालों में बेड की संख्या बढाते हुए पूरी तैयारी रखी जाए.