वाशिंग्टन पोस्ट में छपे संपादकीय में बिल गेट्स ने लिखा कि कोई शक नहीं कि अमरीका ने कोरोना के ख़िलाफ़ संघर्ष का मौक़ा गवां दिया लेकिन महत्वपूर्ण फ़ैसले का अवसर अभी भी हाथ से नहीं निकला है. अभी भी समय है. हम और हमारे नेता जो निर्णय लेंगे उनका इस बात पर बहुत गहरा असर होगा कि कोरोना के संक्रमण में गिरावट कब शुरू होगी और कब तक अर्थ व्यवस्था बंद पड़ी रहेगी और कितने अमरीकी अपने प्रिय लोगों को कोरोना के कारण दफ़नाने पर मजबूर होंगे.
बिल गेट्स ने पहला बिंदु बयान करते हुए लिखा कि पूरे देश के स्तर पर समन्वित लॉकडाउन की शैली अपनानी चाहिए क्योंकि कुछ राज्यों ने लाक डाउन नहीं किया है और यह बड़ी त्रासदीपूर्ण हक़ीक़त है.
बिल गेट्स ने आगे लिखा कि वायरस पूरी आज़ादी से अमरीका में फैल रहा है क्योंकि लोग सफ़र कर रहे हैं. देश के नेताओं को बिलकुल खुलकर यह स्पष्ट करना होगा कि लॉकडाउन का मतलब यह है कि पूरा देश बंद है ताकि पूरे अमरीका में कोरोना वायरस के मामलों में कमी आए और इसमें 10 हफ़्ते या उससे अधिक समय लग सकता है. इस अवधि में किसी के लिए भी यह संभव नहीं होगा कि आम हालात वाली गतिविधियां जार रखे.
बिल गेट्स ने आगे लिखा कि इस विषय में किसी भी तरह की कोई भी अस्पष्टता रही तो आर्थिक दर्द और बढ़ेगा, वायरस ख़त्म होने के बजाए फिर फैलेगा और मरने वालों की संख्या में वृद्धि होगी. बिल गेट्स ने फ़ेडरल गवर्नमेंट को चेताया कि दूसरा बिंदु यह है कि टेस्ट की प्रक्रिया और भी व्यापक की जाए और यह तय किया जाए कि पहले किन लोगों का टेस्ट किया जाना ज़रूरी है और इस संदर्भ में पहली प्राथमिकता उन लोगों को दी जाए जो हेल्थ सेक्टर में काम कर रहे हैं. उन लोगों का टेस्ट ज़रूर किया जाए जिनमें गंभीर लक्षण नज़र आ रहे हैं.
तीसरा बिंदु यह है कि दवा और वैक्सीन बनाने की कोशिशों को तेजी से आगे बढ़ाया जाए अफ़वाहें और ख़ौफ फैलाने से बचा जाए.
बिल गेट्स ने आख़िर में लिखा कि हमारे सामने इस साल एक लंबा सफ़र है जिसे तय करना है लेकिन हम अब भी यही समझते हैं कि अगर हमने सही फ़ैसले किए और चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों के बयानों और शोध के आधार पर आगे बढ़े तो हम लोगों की जानें बचा सकेंगे और उन्हें काम पर वापस ला सकेंगे.
बिल गेट्स का ये संपादकीय बिल एंट मिलिंडा गेट्स फ़ाउंडेशन के तहत काम करने वाले विशेषज्ञों से विमर्श पर आधारित अनुशंसाएं को ही कलमबंद किया गया था. आपको बताते चले कि बिल एंट मिलिंडा गेट्स फ़ाउंडेशन इस समय कोविड-19 के इलाज के लिए जारी रिसर्च की फ़ायनेन्सिंग भी कर रहा है.