ज्वलंत ख़बर : संविधान बचाओं देश बचाओं कॉन्फ्रेंस के तत्ववाधान में आज दिनांक 30 जनवरी को गाँधी मैदान के समीप SK मैमोरियल हॉल में CAA, NRC, और NPR के विरुद्ध सभा का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर देश और प्रदेश के जाने माने वक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित हुए। मंच की अध्यक्षता अनिसुर रहमान ने और मंच संचालन का कार्य नाफ़े आरफी ने किया।
दिल्ली विश्वविधयालय में वक़ालत की छात्रा एवं सामाजिक कार्यकर्ता स्वेता चड्डा ने खुल कर CAA, NRC, और NPR पर अपनी बात रखी। स्वेता ने इस कानून को समाज एवं देश के ख़िलाफ़ बताते हुए कहा कि इसका पुरजोर विरोध करना चाहिए। भारत के नागरिकों के आदर्श महात्मा गाँधी है न की नाथूराम गोडसे जैसे आतंकवादी। स्वेता ने महात्मा गाँधी के पुण्य तिथि पर लोगों से शांति पूर्वक विरोध करने की अपील की। और गाँधी के हथियार जैसे कि आंदोलन, भूख हड़ताल जैसे तरीकों को भी अपनाने कि बात कही।
वही तहसीन पूनावाला ने CAA, NRC, और NPR पर अपनी लम्बी गुफ़्तगू में कहा कि हमें सबसे पहले एनपीआर का विरोध करना है। सिर्फ बात कागज दिखाने या नहीं दिखाने की नहीं है। तीन स्टेप में होने वाले इस एनपीआर के पहले स्टेप को ही हमें ख़ारिज करना होगा। किसी भी तरह की जानकरी हमें एनपीआर में नहीं देनी है । चाहे सिर्फ़ नाम ही क्यों न बताना हो।
उमर ख़ालिद के मंच पर आते ही नारों की आवाजों से हॉल गुज उठा। उमर ख़ालिद ने अपने काफ़ी जोशीले भाषण से हॉल की आवो हवा को ही बदल डाला। ख़ालिद ने संघ से लेकर पल्टूराम तक को नहीं बक्शा। ख़ालिद ने नीतीश कुमार को पल्टूराम नाम से सुशोभित करते हुए कहा की अभी भी वक़्त है और आप पल्टूराम है अभी भी पलट जाए नहीं तो चुनाव में जनता पलट जायेगी। श्रोताओं के कहने पर ख़ालिद ने आज़ादी के नारे भी लगाए। ख़ालिद के नारों में इतना जोश था कि मंच पर बैठे सभी गणमान्य भी उठ खड़े हुए और आज़ादी के नारों में खुद को सम्मलित कर लिया।
पूर्व आईपीएस रहमान ने भी CAA, NRC, और एनपीआर पर अपनी बाते रखी। उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक मुख्यमंत्री गुंडों वाली बोली बोल रहा है। देश कि गरिमा इससे और नीचे क्या गिर सकती है। उन्होंने आसाम कि बात की और NRC को समझाने की कोशिस की।
इसके बाद कई वक्ताओं ने अपनी बात रखी। अशफाक रहमान और अनिसुर रहमान के कड़ी मेहनत से एक सफल कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो सका। जिसमे हर एक तबके के , हर एक जाति-धर्मो के लोगों ने शिरकत की।