भाई साहब कुछ तो रहम कीजिए, मेरी बीवी की हालत बहुत खराब है।मेरी गाड़ी को जाने दीजिए” रमेश गिड़गिड़ाते हुए बोला।
“नहीं कोई गाड़ी यहाँ से आगे नही जाएगी. देख नही रहे चक्काजाम चल रहा है. कल की नोटिस नही पढ़ी क्या?”
बीवी की हालत और बिगड़ते देख रमेश लगभग रोते हुए गिड़गिड़ाने लगा, पर उस पुलिस वाले पर कूछ असर नही हुआ ।
रमेश निराशा हो कर ड्राइवर से कहा,”दूसरे रास्ते से चलो,
15 किलोमीटर का चक्कर है सर” ड्राइवर ने बताया।
” क्या करे, जल्दी चलो” रमेश ने ड्राइवर कहा।
हॉस्पिटल पहुचने पर डॉक्टर ने चेकउप करके बताया कि ऑपरेशन करना पड़ेगा.
रमेश की परमिशन लेकर डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर में चला गया।
कुछ घंटे बाद ऑपरेशन थियेटर से निकल कर डॉक्टर ने बताया-“सॉरी, आपने अपनी बीवी को लाने में देर कर दी, बच्चा ठीक है, मगर माँ को हम नही बचा सके”। रमेश वहीं फुट फुट कर रोने लगा।
सुबह अखबार की हेडलाइन थी-” xxxxxx पार्टी का चक्काजाम सफल रहा। उस अखबार को रमेश ने अपनी बीवी की जलती चिता के हवाले कर दिया.