ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज “एम्स” के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कोरोना वायरस को लेकर गुरुवार को महत्वपूर्ण बयान दिया. उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना मामलों का पीक जून व जूलाई में होगा. गुलेरिया ने कहा, ”जिस हिसाब से भारत में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, उसका आंकलन करने से यह मालूम होता है कि जून-जुलाई में देश में संक्रमण चरम पर होगा.” डॉ. गुलेरिया ने यह भी कहा है कि संक्रमण के एक बार पीक पर पहुंचने के बाद उसमें गिरावट होगी. उनका कहना था कि इटली, अमेरिका, और चीन जैसे देशों का ग्राफ भी यही बताता है.

कोरोना के खत्म होने के सवाल पर डॉ. गुलेरिया ने कहा, अभी यह लड़ाई लंबी चलने वाली है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि संक्रमण के पीक पर आने के बाद यह पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. डा. गुलेरिया के अनुसार अब हमें इसके साथ जीने की आदत डालनी होगी. खुद में बदलाव लाने होंगे. डाक्टर गुलेरिया का कहना है कि कोरोना के उपचार के लिए बहुत सी दवाओं पर काम चल रहा है जिनमे से कई मॉलिक्यूलर दवाएं हैं. इसके अलावा टीके पर भी काम हो रहा है. एम्स के निदेशक का कहना है कि जबतक कोई निष्कर्ष नहीं निकलता लोगों को खुद से ऐहतियात बरतनी होगा.

भारत में अबतक कोरोना संक्रमितों की संख्या 53 हजार 491 हो गई है. भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस समय देश में कुल 52 हजार 952 संक्रमित हैं. इन संक्रमितों में से 35 हजार 902 का इलाज चल रहा है जिनमें से 15 हजार 2066 ठीक हो चुके हैं. भारत में अबतक कोरोना से 1783 लोगों की मौत हो चुकी है.