पटना : बिहार मे ‘करोना वायरस’ से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या अबतक 38 है, जबकि इससे 1 रोगी की मृत्यु भी प्रतिवेदित है। और संक्रमित व्यक्तियों में से 15 ठीक भी हो चुके हैं
राज्यपाल फागू चौहान को आज राजभवन में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने राज्य में ‘कोरोना वायरस” के संक्रमण से बचाव हेतु राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया।
राज्यपाल को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि बिहार में जाँचोपरान्त “करोना वायरस’ से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या अबतक 38 है, जबकि इससे 1 रोगी की मृत्यु भी प्रतिवेदित है। उन्होंने राज्यपाल को बताया कि संक्रमित व्यक्तियों में से 15 ठीक भी हो चुके हैं
और अबतक क्रियाशील मामलों की संख्या-22 है। प्रधान सचिव ने अपने “पावर प्रेजेन्टेशन’ के जरिये बताया कि इस वैश्विक महामारी से पूरे विश्व में कुल 1430141 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं जबकि 82119 रोगियों की इस महामारी से मृत्यु हुई है।
उन्होंने जानकारी दी कि भारत में इस महामारी से अबतक कुल 5194 व्यक्ति संक्रमित हुए हैं, जबकि इससे 149 की मृत्यु प्रतिवेदित है। प्रधान सचिव ने बताया कि भारत में सबसे ज्यादा पाँच राज्यों -महाराष्ट्र (1018), तामिलनाडू (690), दिल्ली (570), तेलंगाना (364) एवं केरल (336) में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या है, जबकि बिहार के 5 जिले सीवान (10), मुंगेर (7), पटना (5), गया (5) एवं गोपालगंज (3) इस महामारी से सर्वाधिक रूप में प्रभावित हैं। प्रधान सचिव ने राज्यपाल को बताया कि सिर्फ मुंगेर जिले से एक रोगी की मृत्यु प्रतिवेदित है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने राज्यपाल को जानकारी दी कि सीवान जिला के 4, मुंगेर के 6 एवं पटना के 5 संक्रमित व्यक्ति अब ठीक भी हो चुके हैं। प्रधान सचिव ने बताया कि फिलवक्त चार मेडिकल संस्थानों आरएमआरआई, एम्स, पटना, आईजीआईएमएस पटना, पीएमसीएच., पटना तथा डीएमसीएच, दरभंगा में कोरोना वायरस की जाँच का काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि उपलब्ध जाँच-कीट्स से फिलवक्त औसतन हम राज्य में प्रत्येक दिन 500-550 जाँच कर रहे हैं। प्रधान सचिव ने जानकारी दी कि आज 15000 जाँच-किट्स ‘बिल एण्ड मीलिन्डा गेट्स फाऊण्डेशन’ से प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कीट्स उपलब्ध हो जाने पर हमारी जाँच-क्षमता में निश्चय ही वृद्धि हो सकेगी.
प्रधान सचिव ने बताया कि 6 अप्रैल, 2020 तक उपलब्ध सूचनानुसार, राज्य में कुल 30463 पीपीई, 58600 एन 95 मास्क, 170000 श्री प्लाई मास्क एवं 500 एम-एल के 12638 सेनेटाईजर स्टॉक में उपलब्ध हैं। प्रधान सचिव ने बताया कि राज्य में जिला एवं अनुमंडलीय अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों तथा चिह्नित प्राइवेट हॉस्पीटलों को मिलाकर आइसोलेशन वार्ड्स में अभी कुल 8185 बेड्स उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों, चिकित्सा संस्थानों पर बोझ कम करने के उद्देश्य से अतिरिक्त रूप से होटलों /लॉजों आदि में भी ‘क्वारंटाइन सेन्टर्स’ तथा आईशोलेशन वार्ड्स चिह्नित किए गये हैं। उन्होंने बताया कि 38 जिलों में 278 स्थानों पर 7206 कमरे भी उक्त कार्य हेतु चिह्नित किए गये हैं।
प्रधाना सचिव ने राज्यपाल को बताया कि एनएमसीएच,, पटना,जेएलएनएमसीएच, भागलपुर तथा एएनएमएमसीएच, गया को कोरोना महामारी की चिकित्सा हेतु विशेष अस्पताल के रूप में विकसित किया गया है। राज्यपाल ने ‘कोरोना महामारी’ के संक्रमण से बचाव के लिए किये जा रहे केन्द्र एवं राज्य सरकार के प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया। राज्यपाल ने कहा कि उनके स्तर से जब भी किसी प्रकार के सहयोग की कोई जरूरत होगी, वे सदैव उपलब्ध रहेंगे। बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव श्री चैतन्य प्रसाद सहित राजभवन के भी वरीय अधिकारी उपस्थित थे।