दिल्ली: डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी शनिवार को भी जारी रही. ये हालत तकरीबन एक महीने से है. जिसके चलते एक डॉलर का दाम 72.52 रुपये पहुंच गया है. और रुपये की इसी कमजोरी के चलते तेल की कीमतों में दिन प्रतिदिन इजाफा होता ही जा रहा है.. आज बढ़े तेल के दामों में पेट्रोल 22 पैसे और डीजल 21 पैसे और महंगा हो गया है. दाम बढ़ने के बाद राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 83.40 रुपये प्रति लीटर और डीजल 74.63 रुपये प्रति लीटर के दाम पर मिल रहा है. इसके अलावा तेल के दाम बढ़ने के बाद देश की आर्थिक राजधानी मुबंई में पेट्रोल 90.45 रुपये प्रति लीटर और डीजल 79.23 रुपये प्रति लीटर की दर से मिल रहा है. वही पटना में 41 पैसे कि बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल 89.78 और डीजल 43 पैसे के बढ़ोतरी के बाद 80.52 रूपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है.

 

डॉलर के सामने रुपये की लागातर कमजोरी के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार से तेल का आयात करना काफी महंगा साबित हो रहा है जिसके चलते तेल कंपनियां प्रतिदिन के हिसाब से तेल की कीमतों में इजाफा कर रही है. तेल का आयात महंगा होने के कारण इसका सीधा असर रोजमर्रा के खाने पीने के सामान पर हो रहा है क्योंकि इन वस्तुओं को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने वाले वाहनों ने तेल महंगा होने के कारण अपना चार्ज बढ़ा दिया है. जिससे खाने पीने की चीजों की कीमतें भी आसमान छूने लगी हैं.

 

बाजार विशेषज्ञों की माने तो कमजोर होते रुपये और बढ़ती तेल की कीमतों से अभी फिलहाल आम आदमी को राहत नहीं मिलने वाली. लेकिन एक अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि इस त्यौहार के सीजन में दिवाली से पहले ही तेल की कीमतें 100 रुपये का आंकड़ा छू सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर डॉलर के मुकाबले रुपये ने बढ़त हासिल नहीं की तो यह आंकड़ा 100 रुपए तक जाने में देर नहीं लगेगी.

 

आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव चार साल के ऊपरी स्तर पर चला गया और लगातार तेजी का सिलसिला जारी है. भारत में तेल का दाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम से तय होता है, इसलिए कच्चे तेल में मौजूदा तेजी के कारण पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. डीजल की कीमत बढ़ने से महंगाई बढ़ने का खतरा रहता है, क्योंकि ट्रांसपोर्ट में डीजल का इस्तेमाल किया जाता है.