ज्वलंत ख़बर :ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो (Zomato) ने धार्मिक भेदभाव के आधार पर नफरत फैलाने वाले एक शख्स को करारा जवाब दिया है, जिसकी सोशल मीडिया पर काफ़ी तारीफ हो रही है। मामला मंगलवार रात का है, अमित शुक्ला नाम एक शख़्स ने जोमैटो को ट्वीट करके जानकारी दी कि उसने अपने खाने का ऑर्डर इसलिए कैंसिल कर दिया, क्योंकि उसका डिलीवरी ब्वॉय हिंदू नहीं बल्कि मुस्लि’म था। जोमैटो ने जो जवाब दिया उसकी प्रसंसा हर तरफ़ शुरू हो गयी। प्रसंसा करने वालों में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एसवाई कुरैशी जैसे दिग्गज भी शामिल हैं।

जोमैटो कंपनी ने अपने नेटवर्क पर पार्सल पैकेट पहुंचाने वाले एक लड़के के धर्म को लेकर ग्राहक की शिकायत को सुनने से इनकार कर दिया। मध्य प्रदेश के जबलपुर रहने वाले अमित शुक्ला नाम के एक ग्राहक ने जोमैटो से खाना मंगाया। जब शुक्ला ने देखा कि खाना पहुंचाने आया शख्स मुस्लि’म है, तो उसने जोमैटो से अलग डिलिवरी ब्वॉय भेजने को कहा।

शुक्ला ने मंगलवार की रात ट्वीट किया कर लिखा कि अभी-अभी मैंने जोमैटो से एक ऑर्डर कैंसिल किया। उन्होंने मेरा खाना गैर-हिन्दू व्यक्ति यानि मुसलमा’न के हाथों भेजा और कहा कि वे इसे न तो बदल सकते हैं और न ही ऑर्डर र’द्द कर के पैसा वापस कर सकते हैं। मैंने कहा कि आप मुझे खाना लेने के लिये बाध्य नहीं कर सकते हैं। मुझे पैसा वापस नहीं चाहिये, बस ऑर्डर र’द्द करो। उसने जोमैटो के कस्टमर केयर से की गई बातचीत का स्क्रीनशॉट भी लगाया और कहा कि वह अपने वकील से इस बारे में चर्चा करेगा।

वही जोमैटो ने इस धर्म के आधार पर नफरत फैलाने वाले ट्वीट के जवाब में लिखा, खाने का कोई धर्म नहीं होता है। खाना खुद ही एक धर्म है। कंपनी इस रुख पर टिकी रही और डिलिवरी ब्वॉय बदलने से मना कर दिया। जोमैटो के संस्थापक दीपेंद्र गोयल ने भी ट्वीट किया, हमें भारत के विचार, अपने शानदार उपभोक्ताओं और उनके भागीदारों की विविधता पर गौरव है। अपने मूल्यों के कारण यदि हमारे कारोबार को कुछ नुकसान भी होता है तो हमें उसका अफसोस नहीं।