पटना: राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की तलाक की अर्जी पर कोर्ट में 29 नवंबर को सुनवाई होगी. दायर केस नंबर 208/2018 है. तेज प्रताप का केस पटना सिविल कोर्ट के परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश उमा शंकर द्विवेदी के कोर्ट में खुलेगा. तेज प्रताप यादव ने क्रूरता के आधार पर तलाक की अर्जी दायर की है. तेज प्रताप यादव के वकील यशवंत कुमार शर्मा कहना है की शादी के बाद दोनों के बीच तालमेल नहीं बैठ पा रहा था जिस कारण ये नौबत आयी है.
वकील ने बताया कि केस हिंदू मैरिज एक्ट के तहत ये फाइल किया गया है. तलाक की अर्जी सिर्फ तेज प्रताप यादव की तरफ से दी गई है. इसमें म्यूच्यूअल कंसेंट नहीं है. अगर ऐश्वर्या कोर्ट में हाजिर नहीं होती हैं तो एकपक्षीय कार्रवाई होगी. आप को बताते चले की तेज प्रताप यादव की शादी आरेजडी विधायक चंद्रिका राय की बेटी शादी ऐश्वर्या राय से 12 मई 2018 को हुई थी.
सूत्रों के हवाले से एक और खबर आ रही है की तेज प्रताप ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या से अलग होने का फैसला वृंदावन के किसी बाबा के कहने पर लिया है. तेज प्रताप दो दिन पहले वृंदावन में थे. वहां से उन्होंने गायें चराते हुए फोटो भी शेयर की थीं. तेज प्रताप को वृंदावन में किसी बाबा ने कहा की उनकी पत्नी ऐश्वर्या के उनके जीवन में आगमन शुभ नहीं है. लालू परिवार में कुछ दिनों से चल रही कलह का कारण भी ऐश्वर्या को ही बताया.
बाबा की बात तेज प्रताप के दिल-दिमाग में बैठ गई और तेज जैसे ही वृंदावन से वापस पटना पहुंचे, उन्होंने तलाक के लिए फैमिली कोर्ट में अर्जी दे दी.
आपको बताते चले की तेजप्रताप काफी धार्मिक प्रविर्ती के है, धर्म कर्म में उनका ख़ास धयान रहता है. वो आये दिन कभी श्री कृष्ण के भेष-भूषा में दिख जाते है तो कभी भगवन शिव के. सूत्रों से मिल रही खबरों पर विश्वास किया जाता सकता है, ऐसे मनोवर्ती वाला इंसान वैसे लोगों की बात ज्यादा मानता है, भगवान् में अटूट आस्था होने के कारण वैसे लोगों के प्रति आस्था बढ़ जाती है जो धार्मिक होते है खास कर बाबा जैसे लोग.