भारतीय स्टेट बैंक ने एटीएम से एक दिन में निकालने वाले अधिकतम रुपयों की सीमा में भारी कटौती कि है. SBI ATM से अब केवल 20 हजार रुपए कि रकम ही एक दिन में निकाली जा सकेगी. पहले यह सीमा 40 हजार रुपए की थी. एटीएम से निकासी की यह सीमा सिर्फ एसबीआई डेबिट कार्ड की क्लासिक और मैस्ट्रो कार्ड वालों के लिए ही है.
भारतीय स्टेट बैंक का कहना है कि यह ATM धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं को रोकने और डिजिटल ट्रांजेक्शन की ओर लोगों को आगे बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया गया है. आने वाले महीने त्याहारों के हैं ऐसे में एटीएम का इस्तेमाल लोग अधिक करेंगे इसलिए ठगी की घटनाएं न बढ़ें, इसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है.
एटीएम से प्रतिदिन कैश निकालने की सीमा आधी करने से क्या किसी तरह की असुविधा लोगों को होगी? इस सवाल पर एसबीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर पीके गुप्ता ने सवाल का जवाब देते हुए कहा की बैंक ने इसके लिए आंतरिक सर्वे करवाया था. सर्वे में पाया गया कि अधिकतर ग्राहक एटीएम से कम अमाउंट की निकासी करते हैं और इस कारण 20 हजार रुपए की की लिमिटेशन कम नहीं है.
गुप्ता ने आगे कहा कि हम इस फैसले के माध्यम से ये भी देख रहे हैं कि कम अमाउंट की लिमिटेशन लगाने से किस तरह एटीएम से होने वाली पैसों की धोखाधड़ी को कम किया जाए. उन्होंने आगे कहा कि जिन्हें अधिक पैसे निकालने की जरूरत होती है ऐसे लोग एसबीआई के वैसे डेबिट कार्ड जिनमें डेली लिमिट अधिक होती है का इस्तेमाल कर सकते हैं. अधिक लिमिट वाले डेबिट कार्ड बैंक ऐसे ग्राहकों को जारी करती है जो खाते में अधिक मिनिमम बैलेंस रखते हैं.
एटीएम से ट्राजेक्शन लिमिट कम करना इसलिए भी लोगों को परेशान कर सकता है, क्योंकि देश में अभी भी डिजिटल ट्रांजेक्शन गति नहीं पकड़ रही है. हालांकि, सरकार डिजिटल ट्रांजेक्शन की ओर लोगों को आकर्षित करने के लिए अनेक प्रयास कर रही है. लेकिन इसक बावजूद देश में कैश की मांग लगातार बढ़ रही है. नोट बंदी के बाद जिस रफ़्तार से लोगों को डिजिटल ट्रांजेक्शन कि ओर आकर्षित करने कि कोशिस कि गयी उस रफ्तार से रिजल्ट देखने को नहीं मिला. आज भी डिजिटल ट्रांजेक्शन करने वाले ज्यादतर युवा है.ऐसे में त्यौहार सीजन में ऐसे फैसले करना आम जनता क्र लिए परेशानी का सबब बन सकता है.