भारत बंद: बीजेपी सरकार द्वारा एससी/एसटी ऐक्ट में किए गए संशोधन के ख़िलाफ़ सवर्ण संगठनों के भारत बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला. बिहार, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड सभी जगह आम जन-जीवन प्रभावित हुआ. सड़क और रेल मार्ग बाधित रहे. कहीं से कोई बड़ी हिंसक घटना होने की खबर नहीं आई.
मध्य प्रदेश में बंद का असर साफ-साफ़ देखा जा सकता था. बंद के दौरान प्रमुख मंडियों बंद रही. शहर के अधिकांश स्कूल भी नहीं खुले. आम दिनों के मुकाबले सड़कों पर यातायात में थोड़ी कमी दिखाई दी. विभिन्न संगठनों ने सरकार के संशोधनों के खिलाफ गहरा आक्रोश जताते हुए विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी करते रहे है.
राजस्थान में भी बंद का खासा असर रहा. बंद के समर्थन में दुकानें, व्यावसायिक संस्थान, स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थाएं बंद रही.
उत्तराखंड में बंद का कोई खास असर देखने को नहीं मिला. स्कूल, कॉलेज, पेट्रोल पंप, बाजार आदि अन्य दिनों की तरह खुले रहे.
उत्तर प्रदेश बंद के दौरान हिंसक घटना होने का मामला सामने आया, जिसमें 6 पुलिसवाले जख्मी हो गए.
बिहार में बंद का असर
सवर्ण समुदायों के राष्ट्रव्यापी बंद की वजह आम जनजीवन प्रभावित हुआ. राजधानी पटना में बंद समर्थकों ने शहर के व्यस्तम डाकबंगला चौराहे के पास वीरचंद पटेल रोड स्थित बीजेपी और जेडीयू के प्रदेश मुख्यालयों के समक्ष प्रदर्शन किया.
मुजफ्फरपुर में बंद समर्थकों ने सीतामढी, दरभंगा, छपरा और पटना जाने वाले मुख्य मार्गों राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28, 57, 77 और 102 को जाम किया और सड़क पर आगजनी की. बंद के दौरान जगह जगह से हंगामे और मारपीट की खबरें हैं. मुजफ्फरपुर शहर में बंद समर्थकों ने बीजेपी से बिहार सरकार में मंत्री सुरेश शर्मा के घर के पास कलमबाग चौक पर जाम लगाया. बंद समर्थकों ने शहर स्थित एलएस कॉलेज विश्वविद्यालय को बंद करवा दिया और लोगों को पैदल चलने से भी रोका.
गया जिले में बंद समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 82 को दो स्थानों पर जाम कर यातायात बाधित किया.
दरभंगा में बंद की वजह से दिल्ली जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को एक घंटे तक, सहरसा से आने वाली जानकी एक्सप्रेस ट्रेन को 50 मिनट तक लहेरियासराय स्टेशन पर रोका दिया गया. मिथिला विश्वविद्यालय, के एस डी एस विश्वविद्यालय सहित स्कूल और कालेज बंद रहे हैं.
बेगूसराय में एससी-एसटी कानून का विरोध कर रहे लोगों ने एनएच 28 एवं 31 और राजकीय राजमार्ग 55 को विभिन्न स्थानों पर अवरुद्ध किया.
जहानाबाद, मुंगेर, भागलपुर, नालंदा जिला मुख्यालय, नवादा आदि जिलों में भी विभिन्न स्थानों से आंदोलनकारियों की तरफ से सड़क और रेलमार्ग रोकने की खबरें हैं.
भोजपुर, समस्तीपुर, शिवहर, लखीसराय, मधुबनी सहित दूसरे स्थानों पर भी बंद समर्थकों ने सड़क जाम और प्रदर्शन किया.