अनुज अवस्थी, वॉशिंगटन:  अमेरीकी ऐजेंसी नासा के हवाले से बेहद ही महत्वपूर्ण जानकारी आ रही है। आपको बता दें कि नासा ने मार्स लैंडरस्पेसक्राफ्ट इनसाइड को लांच किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसे मंगल पर मानव अभियान से पहले उसकी सतह पर उतरने और वहां आने वाले भूकंप को मापने के लिए डिजाइन किया गया है।
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक अंतरिक्ष यान को एटलस वी रॉकेट के जरिए कैलिफॉर्निया स्थित वंडेनबर्ग वायुसेना अड्डे से अंतरराष्ट्रीय समय शाम 4.35 बजे लॉन्च किया गया। इतना ही नहीं इसके साथ ही लाल ग्रह पर मानव को भेजने से पहले वहां की हालात के बारे में जानकारी जुटाना और पृथ्वी जैसे चट्टानी ग्रहों के निर्माण की प्रक्रिया को समझना है।
यदि सब कुछ योजना के मुताबिक रहता है तो लैंडर 26 नवंबर को मंगल की सतह पर उतरेगा। आपको जानकारी के लिए बताते चलें कि ‘इनसाइट’ का पूरा नाम इंटीरियर एक्सप्लोरेशन यूजिंग सिस्मिक इन्वेस्टिगेशंस है।

लैंडर के मंगल की सतह पर उतरने के बाद एक ‘रोबॉटिक आर्म’ सतह पर सेस्मोमीटर (भूकंपमापी उपकरण) लगाएगा। दूसरा मुख्य औजार एक ‘सेल्फ हैमरिंग’ जांच है जो ग्रह की सतह में उष्मा के प्रवाह की निगरानी करेगा। नासा ने कहा कि जांच के तहत सतह पर 10 से 16 फुट गहरा सुराख किया जाएगा। यह पिछले मंगल अभियानों से 15 गुना अधिक गहरा होगा।