अनुज अवस्थी: एससी/एसटी कानून में बदलाव के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में देशभर में दलित समुदाय के लोग सड़क पर उतकर जमकर आंदोलन कर रहे हैं। इतना ही नहीं आदोलन अब हिंसा का रुप ले चुका है।  इस बीच कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने  भारत बंद को सफल बताते हुए लोगों का धन्यवाद किया, हालांकि उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी भी तरह कि हिंसा का समर्थन नहीं करती है। गुलाम नबी ने कहा कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एससी एसटी प्रिवेंशन एक्ट में कोई बदलाव नही हो इसके लिए कोई पैरवी नही की।

उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष के नेता के खिलाफ कोई मामला होता तो उसमें अटॉर्नी जनरल जरुर जाते हैं लेकिन  एससी एसटी एक्ट मामले में नहीं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के चलते ये कानून कमजोर हुआ और आंदोलन में हुई हिंसा के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

अब तक मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में चार, राजस्थान में एक और उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से भी एक शख्स की मौत की खबर आ रही है, जबकि मेरठ में प्रदर्शनकारियों ने जमकर काफी उत्पात मचाया है।

वहीं राजस्थान के बारे में बात की जाए तो राजस्थान के बाड़मेर और मध्य प्रदेश के भिंड में दो गुटों में हुई झड़प में करीब 30 लोग जख्मी हुए हैं। बाड़मेर में कई वाहनों में आग लगाई गई है। पंजाब, बिहार, और ओडिशा में भी बंद का व्यापक असर है। यहां प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ रेल रोकी है बल्कि सड़क जाम कर परिवहन व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाया है। मेरठ में पुलिस चौकी में आग लगा दी गई है। इसके अलावा देश भर के कई जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है।