किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करना एक ऐसा वायदा है जो केंद्र की मोदी सरकार कामकाज संभालने के बाद से ही करती आ रही है। यहां तक कि 2014 के चुनावी घोषणापत्र में भी बीजेपी ने इस बात का वायदा किया था। कांग्रेस के अधिवेशने में देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि की मोदी सरकार की ओर से किसानों के लिए जो भी वादे किए गए हैं वे सभी जुमले हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में देश किस आर्थिक मोर्चे पर खड़ा है, शायद ये बताने की जरुरत नहीं है।
मनमोहन सिंह ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश के किसानों की आय को दुगना करने के लिए देश की जीडीपी दर कम से कम 40 प्रतिशत होना अनिवार्य है। तब कहीं जाकर देश के किसानों की आय को दोगुना करने के बारे में सोचा जा सकता है। क्या भाजपा की मोदी सरकार इन सब चीजों से अनभिज्ञ है। अगर नहीं तो ये मोदी सरकार का एक और जुमला ही है। सच्चाई जानते हुए भी मोदी सरकार देश की आवाम को गुमराह कर रही है, जो कि बेहद ही शर्मनांक और असंवेदनशील है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में कृषि उन्नति मेले की शुरुआत की। इसके साथ ही उन्होंने 25 कृषि विज्ञान केंद्रों की भी आधारशिला रखी. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा था कि केंद्र सरकार लगातार किसानों की आय दोगुना करने के लिए काम कर रही है. लेकिन समय के साथ जो चुनौतियां खेती से जुड़ती चली गईं, वो आज के इस दौर में बहुत अहम हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य के ऐलान का पूरा लाभ किसानों को मिले, इसके लिए हम राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि कुछ लोग एमएसपी के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं।