पटना : चीन से शुरू हुई कोरोना वायरस ने देखते-देखते पुरे दुनिया को अपने चपेट में ले लिया. संपर्क मात्र से फैलनी वाली इस बीमारी को रोकने का एक मात्र उपाये था इसका चैन ब्रेक करना. इसके लिए दुनियाभर की सरकारों ने लॉकडाउन कर इसके चैन को तोड़ना चाहा. जिसका काफ़ी अच्छा रिजल्ट देखने को मिला. मगर साथ ही भारत जैसे निर्धन राज्यों में आर्थिक संकट का मार यहाँ कि गरीबों पर पड़ा. कई घरो के चूल्हों ने जलना बंद कर दिया. सरकार ने कई राहत पैकेज दी मगर लचर सिस्टम के कारण बेसहारा गरीबों को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा था. तभी कई ngo ने गरीबों में खाना एवं खाद्य सामग्री वितरित करना शुरू किया. उसी पहल में कदम से कदम मिलाते हुए साबरी परिवार ने भी गरीबों की मदद करनी ठानी. शुरुवाती फेज में उन्होंने 300 से अधिक गरीब परिवारों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया. खाद्य सामग्री वितरण पटना के फुलवारी, महुआ बाग, दीघा और अनीसाबाद के कई इलाकों में किया गया. इसके अलावा बिहार से लेकर दिल्ली तक भूखे-बिलखते गरीबों की सुचना मिली साबरी परिवार ने भरपूर कोशिस की उनकी मदद करने के लिए और कई गरीबों तक इसके प्रयास से उनतक मदद पहुंची.
साबरी परिवार के अधीन चलने वाली प्रेम मिलन संस्था के सचिव समीउर रहमान साबरी ने कहा कि खाद्य सामग्री में पांच किलो चावल, पांच किलो आटा, एक किलो दाल, दो किलो आलू, एक किलो प्याज, एक किलो सरसो तेल, एक किलो चीनी, एक किलो चुरा, एक किलो नमक, हैंड शॉप और मशाला दिया जा रहा है. साबरी परिवार कि तरफ से पहले फेज में इस काम को अंजाम दिया गया है आगे भी ज़रूरत महसूस होने पर 2nd फेज में साबरी परिवार की ओर गरीबों में खाद्य सामग्री का वितरण होगा. उन्होंने कहा कि साबरी परिवार जात-धर्म से ऊपर उठा कर इंसानियत के लिए काम करती है और आगे भी करती रहेगी.
खाद्य सामग्री वितरण की शुरुआत साबरी परिवार के मुखिया अब्दुल रहमान साबरी साहब ने की. वितरण कार्य में संजय कुमार साबरी,फैजुर रहमान साबरी, सुधांसु साबरी,वहिदुर रहमान, अमित कुमार साबरी, शम्भु साबरी, ब्रिजेंद्र साबरी, रजनीश साबरी, एडवोकेट नौशदुज़्ज़ोहा और ज्वलंत मुद्दा के संपादक कायम साबरी भी मौज़ूद थे.