लॉकडाउन 20 दिन होते ही दाल का संकट गहरा हो गया है. बिहार के खाद्यान्न व्यवसायी संघ का मानना है कि जल्द ही सरकार ने दाल की आपूर्ति नहीं कराई तो लोगों को दाल मिलना मुश्किल हो जाएगा. बिहार में दाल की किल्लत का मामला खाद्यान्न व्यवसायियों ने उपमुख्यमंत्री के टेलीकांफ्रेंसिंग में उठाई.

उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने आज बिहार के कई जिलों के खाद्यान्न व्यवसायियों से टेलीकांफ्रेंसिंग के जारिये बात की और उनकी समस्याओं को सुना. इस दौरान सुशील मोदी ने कोरोना संकट के दौरान सरकार के द्वारा किए जा रहे कार्यों को खाद्यान्न व्यपारियों को बताया और उनसे कालाबाजारी रोकने और लॉकडाउन में लोगों तक निर्बाध खाद्यान्न सामग्री पहुंचाने की अपील की.

टेलीकांफ्रेंसिंग में कई व्यपारियों ने अपनी अपनी समस्याएं रखी जिसमें सबसे ज्यादा दाल की समस्या का मसला व्यवसायियों ने उठाया.

बिहार में ज्यादातर दाल मध्य प्रदेश के सतना और कटनी से आता है, लेकिन लॉकडाउन के कारण दाल बिहार नहीं आ सका है. ऐसे में यदि लॉकडाउन को 15 दिनों के लिए बढ़ाया जाता है तो लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।