झारखंड : मिथिलांचल के बाद कीर्ति आजाद कोयलांचल को अपनी नई सियासी पिच की शुरुआत करने जा रहे है. आजाद अपने कर्मक्षेत्र बिहार से अब पैतृक राज्य झारखंड की धनबाद सीट से पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. झारखंड के संतालपरगना स्थित गोड्डा कीर्ति आजाद का पैतृक गांव है.

कीर्ति आजाद के पिता भागवत झा आजाद जो बिहार के मुख्यमंत्री भी रह चुके है उन्होंने धनबाद में कोयला माफिया के खिलाफ अभियान चलाया था, जो काफी सफल साबित हुआ. इसके लिए आज भी लोग उन्हें याद करते हैं.

कीर्ति आजाद ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1993 में की. तब वो दिल्ली में गोल मार्केट से विधानसभा चुनाव लड़कर जीते थे. तब से उन्होंने राजनीति के दामन थामे रखा है. कीर्ति दरभंगा से तीन बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए. सच और स्पष्ट बोलने के कारण कीर्ति आजाद को भाजपा ने 2015 में पार्टी से निलंबित कर दिया.

18 फरवरी 2019 को उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा. उस वक़्त कीर्ति आजाद दरभंगा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे मगर वो सीट कांग्रेस के पाले में न आकर राजद के पास चली गयी. जिसको लेकर राजद और कांग्रेस में काफी खींच तान देखने को मिला था. राजद ने आखरी अपने उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दीकी के नाम की घोषणा कर दी. तब कांग्रेस को अपने कदम को पीछे खींचना पड़ा. वही झारखंड महागठबंधन के सीट बटवारे में धनबाद सीट कांग्रेस के पाले में आने से कीर्ति आजाद के चुनाव लड़ने की संभावना फिर से जग गयी.