दिल्ली: EVM का मुद्दा एकबार फिर से गर्मा गया है. विपक्षी दलों की दिल्ली में बैठक हुई जिसमे EVM पर सवाल उठाए गए. विपक्षी दल एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है. बैठक में विपक्षी दलों ने EVM पर सवाल उठाते हुए बैलट पेपर से वोटिंग की वकालत की.

टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी ने बैठक के बाद कहा कि हम EVM का मुद्दा लेकर फिर से सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. नायडू शनिवार को भी ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत लेकर चुनाव आयोग गए थे. उनका आरोप था कि आंध्र प्रदेश में गुरुवार को पहले चरण की वोटिंग के दौरान 4 हजार से ज्यादा ईवीएम में खराबी आई थी..

‘संविधान बचाओ’ के नारे के तहत आयोजित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल शामिल हुए. सिंघवी ने कहा, ‘पहले चरण के चुनाव के बाद ईवीएम पर सवाल उठे हैं, हमें नहीं लगता कि चुनाव आयोग इस पर पर्याप्त ध्यान दे रहा है. अगर आप X पार्टी को वोट देते हैं तो वोट Y पार्टी को जाता है. वीवीपैट में भी पर्ची 7 सेकंड की जगह केवल 3 सेकंड दिखती है.’ साथ ही उन्होंने कहा कि ‘लाखों वोटरों के नाम बिना-जांच पड़ताल किए ऑनलाइन हटा दिए गए. चुनाव आयोग को पार्टियों ने लंबी लिस्ट सौंपी है. अब यह और जरूरी हो गया है कि कम से कम 50 फीसदी वीवीपैट ट्रेल का वोटों से मिलान किया जाए. हम इसके लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और राष्ट्रभर में इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे.’

वही दूसरी ओर बीजेपी ने महागठबंधन की बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि तथाकथित गठबंधन को हार का डर सता रहा है.. बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा कि दिल्ली में जो तथाकथित विपक्षी दलों की बैठक हुई है वह महागठबंधन की हार स्वीकार करने वाली बैठक है उन्होंने कहा कि यह साफ है कि महागठबंधन के पास न तो कई गर्वनेंस का अजेंडा है और न लोगों को बताने के लिए कोई लीडरशिप है.