दिल्ली: कांग्रेस ने तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के ख़िलाफ़ 10 सितंबर को भारत बंद का जो आवाहन किया है, उसको लेफ्ट के साथ-साथ डीएमके ने भी अपना समर्थन दिया.आगे सभी विपक्षी पार्टयों का समर्थन मिलने के आसार है.
केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के एक दिन बाद लेफ्ट पार्टी ने एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने किसानों कि दुर्दशा, तेल की कीमतों में बेहिसाब वृद्धि और भारतीय अर्थव्यवस्था पर बयान जारी किया. उन्होंने आरोप लगाया कि रुपये के मूल्य में अभूतपूर्व गिरावट गहरे आर्थिक संकट कि ओर देश को ले जा रहा है. कल किसान और मजदूरों ने संसद मार्च किया और अपनी मांगों को उठाया. किसानों और मजदूरों ने मोदी हटो और इन्क़िलाब जिंदाबाद जैसे नारे उठाये,और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को लाल रंगो से पाट दिया.
डीएमके प्रमुखएम के स्टालिन ने कहा कि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) उत्साहपूर्वक इसका हिस्सा बनेगी और बंद को पूर्ण सफलता दिलाने में सहयोग करेगी. उन्होंने अनुरोध किया कि सरकारी कर्मचारी, शिक्षक, व्यापारी और प्रदेश परिवहन निगम के कर्मचारी सहित सभी वर्गों के लोग बंद का स्वेच्छा से समर्थन करें ताकि बीजेपी सरकार को उचित सबक सिखाया जा सके.