टोंक : राजस्थान के टोंक में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी खूब गरजे. उन्होंने ने पाकिस्तान. आतंकवाद और आतंक को बढ़ावा देने वालो पर खूब हमला बोला. मोदी ने कड़े शब्दो में कहा कि आंतक को बढ़ावा देने वालों का दाना-पानी बंद होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने पुलवामा के जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमारे जवानों ने 100 घंटे में बदला लिया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के फैसलों की वजह से अलगाववादियों पर कार्यवाही हो पायी है.
पीएम मोदी ने जनसभा में कहा कि आज दुनिया के ज्यादातर देश और लगभग सभी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं पुलवामा हमले के खिलाफ एकजुट होकर भारत के साथ खड़ी हैं. उन्होंने कहा ‘सीमा पर डटे हमारे सैनिकों पर, मोदी सरकार पर और मां भवानी के आशीर्वाद पर भरोसा रखिए, इस बार सबका हिसाब होगा.’
मोदी ने कहा, ‘दुनिया में शांति तब तक संभव नहीं है, जब तक आतंक की फैक्ट्रियां यूं ही चलती रहेंगी. आतंक की फैक्ट्रियों पर ताला लगाने का काम मेरे हिस्से लिखा है, तो वैसा ही सही. पुलवामा हमले के बाद आपने भी देखा है कि कैसे एक-एक करके पाकिस्तान से हिसाब लिया जा रहा है. हमारी सरकार के फैसलों से वहां हड़कंप मचा है. अलगाववाद की भाषा बोलने वालों पर कार्यवाही तेज हुई है और यह आगे भी जारी रहेगी. यह नई नीति और नई रीति वाला भारत है.
उन्होंने देश भर के कश्मीरी छात्रों सुरक्षा का भरोसा देते हुए कहा कि सेना को हमने खुली छूट दे दी है. मैं देख रहा हूं कि इन दिनों सोशल मीडिया पर वीर रस की बाढ़ आई है. मैं आपसे कहना चाहता हूं कि हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है. हमारी लड़ाई कश्मीर के लिए है, कश्मीरियों के खिलाफ नहीं. कश्मीरी बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है. कश्मीर का बच्चा-बच्चा आतंकवादियों के खिलाफ है. हमें उसे अपने साथ रखना है. अमरनाथ की यात्रा का याद दिलाते हुए मोदी ने कहा कि अमरनाथ करने लाखों श्रद्धालु जाते हैं, उनकी देखभाल कश्मीर का बच्चा करता है. अमरनाथ यात्रियों को जब गोली लगी तो कश्मीर के मुसलमान खून देने के लिए कतार लगाकर खड़े हो गए थे. यदि देश में कश्मीरियों के खिलाफ कोई भी घटना होती है तो यह गलत है. इससे ‘भारत तेरे टुकड़े’ कहने वालों बढ़ावा मिलता है. हिंदुस्तान के किसी कोने में कश्मीर के लाल की हिफाजत का काम मेरे देश के हर व्यक्ति का है. मैं कश्मीर के भाइयों से कहना चाहता हूं कि 40 साल से आप भी इससे पीड़ित हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दो साल पहले 100 से ज्यादा सरपंच मुझसे मिलने आए. मैंने उनसे कहा कि आप आएं हैं मुझे खुशी है. वे पंचायत के चुनाव कराना चाहते थे. मैंने उनसे कहा कि आपको वादा करना होगा कि कश्मीर में कोई भी स्कूल आतंकी घटना की भेंट नहीं चढ़ना चाहिए. उस वक्त उन्होंने वादा किया था कि वे अपने सिर कटा देंगे, लेकिन स्कूलों को जलने नहीं देंगे. इसी का नतीजा है कि कश्मीर के लोगों ने आतंकियों की खबरें पुलिसवालों को दीं. आतंकवाद को जड़ से उखाड़ना है तो गलती न करें, कश्मीरी आतंक की वजह से परेशान है.