पुलवामा : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमला हुआ. जिसमे 43 जवान शहीद हो गए और 20 से अधिक घायल हो गए. हमले के वक्त 2547 जवान 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे. इसी दौरान जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी कार से उनकी बस में टक्कर मार दी. धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए. धमाके की आवाज करीब 10 किलोमीटर तक सुनाई दी.

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलवामा हमला पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद ने किया है. मैं देश के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा. गृहमंत्री आज को श्रीनगर जाएंगे. उन्होंने अपना बिहार दौरा रद्द कर दिया है. राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुआ हमला बहुत ही पीड़ाजनक और विचलित कर देने वाला है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सीआरपीएफ जवानों पर हमला घृणित कृत्य है. मैं इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हमारे वीर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. देश के लोग शहीद और घायल जवानों के परिजनों के लिए साथ एकजुट हैं.

प्रियंका गांधी ने भी इस घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि शहीद हुए जवानों के परिवारों की वेदना मैं अच्छी तरह समझती हूं. मैं जानती हूं इस शोक की घड़ी में सांत्वना के शब्द पर्याप्त नहीं होते, फिर भी शहीद परिवारों के पीछे न सिर्फ कांग्रेस बल्कि देश खड़ा है।

पुलवामा घटना की निंदा अमेरिका, रूस और फ्रांस समेत दुनिया के कई देशों ने की है. सभी देशों ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वह भारत के साथ है.

संयुक्त राष्ट्र ने भी पुलवामा हमले कि निंदा की है. संयुक्त राष्ट्र की ओर से कहा गया, ‘हम जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आज हुए हमले की निंदा करते हैं. हमारी संवेदनाएं भारत सरकार और जिन लोगों की जान गई उनके परिजनों के साथ हैं. हम उम्मीद करते हैं कि घायल हुए लोग जल्द स्वस्थ होंगे और हमले के लिए दोषी लोगों का जल्द से जल्द पता चले.

भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर ने ट्वीट किया कि अमेरिका आतंकी हमले की निंदा करता है. हमले में जान गंवाने वाले जवानों के परिजनों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं.

रूसी दूतावास ने भी आतंकी हमले कि निंदा करते हुए कहा कि ऐसी अमानवीय घटनाओं से निपटने के लिए सभी को बिना किसी दोहरे रवैये के साथ आना होगा. अमेरिका और रूस की तरह ही फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, टर्की, चेक रिपब्लिक के साथ ही भारत के पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव ने भी हमलों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पीएम नरेंद्र से फोन पर बात की और हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को किसी भी कीमत पर जायज नहीं ठहराया जा सकता है. नेपाल सरकार हर तरह के आतंकवाद की आलोचना करती है.

श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सीरिसेना ने कहा कि हम मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और भविष्य में कहीं भी ऐसे हमले न हों इसके लिए प्रभावशाली कदम उठाने की जरूरत है.

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि वह इस हमले से दुखी हैं और उनका देश किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलेगा.

मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोहिल ने कहा कि हम हमले की निंदा करते हैं. आतंक के खिलाफ लड़ाई में मालदीव भारत व दुनिया के साथ है.

वही दूसरी ओर पूर्व सीआईए विश्लेषक और दक्षिण एशिया मामले के विशेषज्ञ ब्रूस रिडेल ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. रिडेल ने कहा कि आतंकी हमले को लेकर जैश का दावा करना आईएसआई की भूमिका पर सवाल खड़े करता है. रिडेल ने कहा कि इससे पता चलता है कि इस हमले के मास्टरमाइंड को आईएसआई मदद कर रही थी. उन्होंने कहा कि पाक प्रधानमंत्री इमरान के सामने पहली बड़ी चुनौती ये आतंकी संगठन हैं. वहीं अमेरिका में पाक राजदूत रहे हुसैन हक्कानी ने कहा कि पाकिस्तान को जैश के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.

पाकिस्तान ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी हमला ‘‘गंभीर चिंता का विषय’’ है. पाकिस्तान सरकार ने कहा कि हम दुनिया के किसी भी हिस्से में हिंसा की करवाई की निंदा करते है. साथ ही पाकिस्तान ने कहा कि ‘‘हम बिना किसी जांच के हमले का संबंध पाकिस्तान से जोड़ने के भारतीय मीडिया और सरकार के किसी भी आक्षेप को खारिज करते हैं.’’

भारत ने भी पुलवामा आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान की निंदा की और पड़ोसी मुल्क से आतंकवादियों को सहयोग देना बंद करने तथा उसकी जमीन से संचालित हो रहे आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने की मांग की है.