नई दिल्ली : आज मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कमलनाथ, अशोक गहलोत और भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। तीन अहम राज्यों में आज से कांग्रेस की सरकार स्थापित हो गई। मध्यप्रदेश में सुबह 10:30 बजे कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने पहली बार मुख्यमंत्री पद की थपथ ली। दोपहर 2:30 के करीब में राजस्थान में मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार अशोक गहलोत ने शपथ लिया, वहीं उप-मुख्यमंत्री के रूप में सचिन पायलट ने भी थपथ लिया। शाम 4:30 बजे छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वह पहली बार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने हैं। उनके साथ टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू ने मंत्री पद की शपथ ली।

तीनों मुख्यमंत्रियों ने विकास का किया वादा

मध्यप्रदेश में कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद मीडिया से रूबरू होते ही कहा कि, मैंने मुख्यमंत्री पद संभालते ही सबसे पहले 2 लाख किसानों को ऋण मुक्त करने का फैसला लिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि निवेश को प्रोत्साहित करने वाली योजनाओं को लागू कर मध्यप्रदेश के 70 प्रतिशत लोगों को रोजगार प्रदान किया जायेगा। आज मैंने उस फाइल पर भी हस्ताक्षर किया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता से चुनाव में किये वादों को पूरा करने का भरोसा दिलाया। वहीं भूपेश बघेल ने भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का धन्यवाद देते हुए छत्तीसगढ़ को विकास की पटरी पर लौटाने का वादा किया।

देश की विपक्षी पार्टियों का दिखा जमावड़ा

तीनों राज्यों के थपथ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विपक्षी पार्टियां तीनों जगह इकट्ठा हुई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश की 25 पार्टियों को न्यौता भेजा था। देश के विभिन्न क्षेत्रों से कई पार्टियों ने शपथ कार्यक्रम में भाग लेकर विपक्षी एकता का शक्ति प्रदर्शन किया। हालांकि छत्तीसगढ़ में सबसे अंत में शपथ ग्रहण होने की वजह से कई दल के नेता अपने तय कार्यक्रम की वजह से पहुंच नहीं पाये। कांग्रेसी नेताओं में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, भूतपूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, मल्लिकाअर्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अश्विनी कुमार, अंबिका सोनी, आनंद शर्मा, नवजोत सिंह सिद्धु आदि नेता शामिल हुए। कार्यक्रम में पहुंचने वाले नेताओं में लोजद अध्यक्ष शरद पवार, नेशनल कांफ्रेस के फारूक अब्दुल्ला, टीडीपी नेता और आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, कर्नाटक मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी, जेएमएम नेता हेमंत शोरेन, जेवीएम नेता बाबू लाल मरांडी, डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन, राजद नेता तेजस्वी यादव एवं अन्य नेता थे। शपथ ग्रहण समारोह में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बीएसपी अध्यक्ष मायावती और आप के अध्यक्ष एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिरकत नहीं किया।