फुलवारीशरीफ: पटना में डेंगू का कहर जारी है. हर रोज इसके मरीजों कि संख्या बढ़ती ही जा रही है. कल खलीलपुरा निवासी मो. इशहाक के 28 वर्षीय पुत्र आफताब की मौत डेंगू के कारण हो गयी. अफताब की मौत के बाद से इलाके में दहशत है।

दरअसल 21 अक्तूबर शाम को आफताब को अचानक बुखार आया. जिसके बाद हारूण नगर स्थित सिटी हॉस्पिटल में इलाज के लिए रात 11 बजे उसे भर्ती कराया गया. डॉक्टर ने डेंगू होने की बात कही. और जल्द ही मरीज के परिजन को प्लेटलेट्स लाने की के लिए कहा. पूरे पटना में खोजा गया लेकिन नहीं मिल पाया. जिसके बाद स्थिति गंभीर होते देख मरीज को पारस हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. जहा 23 अक्तूबर तक पारस में आईसीयू उसका इलाज चला. पारस में डॉक्टर ने प्लेटलेट्स बनाने के लिए चार लोगों का ब्लड लिया, लेकिन जब डॉक्टर से मरीज के बारे में जानकारी लेना चाहा तो कुछ बताने से इनकार कर दिया. 23 अक्तूबर को अचानक मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाने को बोला गया. जिसके बाद अनीसाबाद स्थित निजी अस्पताल में लेकर आया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.

वही फुलवारीशरीफ पीएसची प्रभारी महेंद्र प्रसाद ने डेंगू से मौत की घटना की कोई जानकारी नहीं होने की बात कही.

खलीलपुरावासी ने बताया की नगर निगम वार्ड तीन की स्थिति काफी दयनीय है. गंदगी और जल जमाओ चारों तरफ है. सीवेज की उचित व्यवस्था आज तक नहीं हो पायी है. नालियों का पानी सड़कों पर बहते रहता है. आज तक कभी भी फॉगिंग नहीं हुआ है. इस वजह से लागातार डेंगू, मलेरिया, डायरिया होने का डर बना रहता है. पेपरों के माध्यम से नगर निगम सफाई कार्य चलती है, हक़ीक़त में कुछ भी नहीं है.

वही वार्ड तीन के वार्ड पार्षद प्रभा देवी के प्रतिनिधि सुनील कुमार ने कहा कि हमारे पास जो संसाधन मिला हुआ है. उससे सफाई का काम चलता है. छिड़काव संबंधित लिखित निगम अधिकारी को दिया गया है.