राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में विधानसभा चुनावों पर चर्चा शुरू

नई दिल्ली : दिल्ली में आज से बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की शुरूआत हो जायेगी। कार्यकारिणी की बैठक में देश के तमाम बीजेपी नेता शामिल होंगे। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह एवं भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ अन्य विशिष्ट नेतागण भी शिरकत करेंगे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह बैठक को अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर पर बुलाई गई है।

राष्ट्रीय पदाधिकारियों की चल रही बैठक

आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पूर्व राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक को अमित शाह ने संबोधित किया। राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक कार्यसमिति की बैठक से पूर्व आयोजित की जाती है। बैठक में सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री शामिल हैं। बैठक 10 बजे से शुरू की गई है जो 2 बजे तक चलेगी उसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आरंभ होगी।

अमित शाह ने बैठक को संबोधित किया

बैठक को अमित शाह ने संबोधित करते हुए कहा कि हम 2019 के चुनाव को लेकर आश्वस्त हैं, हमारे पास दुनिया के लोकप्रिय नेता, हम बहुमत से चुनाव भी जीतेंगे। अमित शाह ने कहा, संकल्प की शक्ति को कोई हरा नहीं सकता। हमारा ध्यान राज्यों के विधानसभा चुनावों पर है, साथ ही तेलंगाना के चुनावी समर पर हमारी नजर है। बैठक में 2019 के मिशन के अलावा 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों पर भी चर्चा की जायेगी। कार्यसमिति की बैठक में चुनावी समीकरणों पर महत्वपूर्ण चर्चा की जायेगी।

कार्यकारिणी की बैठक में अहम मुद्दों पर चर्चा

बीजेपी इस दो दिवसीय बैठक को सामाजिक न्याय की उपलब्ध्यिं से सुशोभित करना चाहती है। एससी/एसटी एक्ट में बदलाव और ओबीसी आयोग को मान्यता देने की खबरों को प्रमुखता से बैठक में प्रचारित-प्रसारित किया जायेगा। बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी को श्रद्धांजलि देने के लिए बीजेपी और सरकार की ओर नई घोषनाएं भी की जा सकती है। बीजेपी अटल जी की लोकप्रियता को उनके देहावसान के बाद भुनाना चाहेगी। लेकिन सवर्णों की नाराजगी भी बीजेपी के लिए चिंता का सबब बन रही है, इस पर भी बैठक में चर्चा की जायेगी। साथ ही बैठक में 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों पर चर्चा और तेलंगाना में पार्टी की गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के साथ रुपये का डॉलर के मुकाबले गिरता भाव भी चर्चा का विषय रहेगा। बीजेपी 2019 के आम चुनाव पर भी कोई संदेश देना चाहेगी।