सवर्णों द्वारा बुलाये गये भारत बंद के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई है। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रया देते हुए कहा कि, ‘केंद्र सरकार का एससी/एसटी एक्ट नासमझी वाला फैसला है, एक्ट के साथ भाजपा ने खिलवाड़ किया है। जैसे इस सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी का फैसला लिया था।’ मायावती ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, सरकार चुनाव के समय जातिवादी तनाव फैलाना चाहती है। इसलिए एसटी/एससी एक्ट का विरोध प्रदर्शन भाजपा शासित राज्यों का केंद्र बना।

पूंजीपतियों के लिए सरकार की नीतियां
मायावती अपने संबोधन में भाजपा पर हमलावर नीति अपनाते हुए बोली, ‘केंद्र की नोटबंदी और जीएसटी से जनता केवल परेशान हुई, यह जनता के हित में बिल्कुल भी नहीं रहा। केंद्र की नीतियां केवल पूंजीपतियों के लिए बनाई जा रही है, यह केवल उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है।

सर्वसमाज भाजपा से सचेत रहें
इसके साथ ही मायावती ने सर्वसमाज को भाजपा से सचेत रहने की अपील भी की है। अपनी पार्टी की प्रशंसा करती हुई माया ने कहा बसपा केवल अकेली पार्टी है जो सर्वसमाज का ध्यान रखती है। सर्वसमाज के लिए आर्थिक आरक्षण देने के जरूरत है।

भाजपा का जनाधार खिसक रहा
मायावती ने यह भी कहा कि भाजपा का जनाधार खिसक रहा है। इसलिए वह ऐसे हथकंडे अपना रही है। इसके लिए सभी समाज को सचेत रहने की जरूरत है।