अरपिंदर और स्वप्ना ने जीता भारत के लिए 11वां स्वर्ण

जकार्ता : भारतीय खिलाड़ियों ने आज अपने हुनर का जौहर दिखाते हुए 2 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य पदक जीता है। सपना बर्मन ने भारत के लिए 11 वां गोल्ड जीता है। एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हेप्टाथलीट स्वप्ना बर्मन ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। वहीं अरपरिंदर सिंह ने पुरूषों की तीहरी कूद में जीत हासिल कर 48 साल बाद भारत के लिए सोना जीता है। दूती चंद ने महिलाओं की 200 मीटर के फाइनल दौड़ में रजत पदक जीता है। साथ ही मिकस्ड डबल टेबुल टेनिस में शरथ अचंता कमल और माणिक बत्रा ने कांस्य पदक हासिल किया है। उन्हें चीन के जोड़दारों से हार का सामना करना पड़ा।

हेप्टाथलीट स्वप्ना बर्मन के गुरू ने इस मौके पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, ‘2006 से मैं उसका खेल शिक्षक हूं। स्कूल को उस पर गर्व है, उम्मीद है ओलंपिक में वो गोल्ड भी जीतेगी।’

स्वप्ना बर्मन के पिता इस वक्त बीमार चल रहे हैं। उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। उनके अनुसार, उन्होंने अपनी बेटी को सुविधाएं नहीं दी जो उसे चाहिए थी, उम्मीद करता हूं कि वो विश्व चैंपियन बनेगी। स्वप्ना के पिता रिक्शा चालक थे, कुछ वर्षों से लकवा मार जाने के कारण वो बिस्तर पर ही हैं।

पंजाब के अमृतसर के रहने वाले अरपिंदर सिंह ने पुरूषों की तीसरी कूद को 16.77 मीटर में पूरा कर सोना जीता है। अरपिंदर की पहली कूद असफल रही थी और दूसरी कूद में उन्होंने 16.58 मीटर की लंबी छलांग लगाई। तीसरे में उन्होंने 16.77 मीटर की छलांग लगाई, चौथी कूद में उन्होंने 16.08 की छलाग लगाई, वहीं पांचवी और छठी कूद में वे असफल रहे, पर तीसरी कूद ही उनके लिए वरदान साबित हुई और वे सोना जीत पाये। उनके साथ दौड़ रहे खिलाड़ियों में उज्बेकिस्तान के रसलान कुरबानोव ने 16.62 मीटर दौड़ पूरी कर रजत हासिल किया। वहीं चीनी खिलाड़ी शुआ काओ 16.52 मीटर दौड़ कर कांस्य जीता है।

स्वप्ना बर्मन ने ऐथलेटिक्स में देश को पांचवा स्वर्ण पदक दिलवाया है। आज भारत के 11 स्वर्ण, 20 रजत और 23 कांस्य के साथ 54 पदक हो गये हैं।