अनुज अवस्थी, नई दिल्ली: बीते बुधवार से देश के हर राज्य में लोगों को कैश की  किल्लत का सामना करना पड़ा। ATM में कैश की कमी के चलते लोगों को नोटबंदी की याद आ गई। दरअसल, कैश की किल्लत की वजह से लोगों को लंबी कतार में लगकर खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। हलांकि सरकार दावा कर रही है कि लोगों को इस समस्या से जल्द ही निजात मिल जाएगी।

खबरों के मुताबिक सरकार इस क्षेत्र में काफी मुस्तैद भी दिखाई दे रही है। तभी तो देश के अलग-अलग कोनों में इनकम टैक्स सहित तमाम जांच ऐजेंसियों ने जगह-जगह पर छापे मारी की। इतना ही नहीं अब सरकार की नजर उन लोगों पर जमी हुई है जो लोग नए नोटों की अवैध रुप से जमाखोरी कर रहे हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि देश में कैश की किल्लत के चलते सरकार ने दो अहम कदम उठाए हैं।

पहला ये कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कर्नाटक और आध्रप्रदेश में 30 से 35 जगहों पर छापमारी की औऱ दूसरा रिजर्व बैंक उन राज्यों में ज्यादा से ज्यादा रुपयों की सप्लाई कर रहा है जहां से कैश कमी की शिकायत आई। इस सब के बावजूद भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया जा रहा है। दरअसल, जन 30 से 35 जगहों पर छापेमारी की गई है, वहां से कोई खास रकम बरामद नहीं हुई है। यानि कि जमाखोरी का पैसा लाना, अभी भी सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।

मौजूदा वक्त में  देश में 19.4 लाख करोड़ नकद की जरूरत है। बैंकों में और बाजार में 17 लाख 50 हजार करोड़ रुपए ही हैं। हालांकि सरकार का कहना है कि नोटों की कमी को देखते हुए 500 और 200 के नोटों की छपाई में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। और स्थित जल्द ही समान्य हो जाएगी।