अनुज अवस्थी, नई दिल्ली: उन्नाव, कठुआ रेप कांड के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल अनशन पर बैठी हुई हैं। स्वाति के अनशन को आज तकरीबन सात दिन पूरे हो चुके हैं। दरअसल, स्वाति मालिवाल की मोदी सरकार से मांग है कि 12 साल से कम आयु की बच्चियों के साथ अगर रेप होता है, तो ऐसे केस को फास्ट ट्रेक में रखा जाए।
और अपराधी को 6 महीने के भीतर फांसी की सजा दी जाए।स्वाति मालीवाल ने कहा कि उनकी मांगो को जब तक सरकार नहीं सुनेगी वो अनशन जारी रखेंगी। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार जिद्दी हो सकती है।
लेकिन में भी उन्हीं (मोदी) की बेटी हूं उनसे ज्यादा जिद करना जानती हूं। महिला आयोग की अध्यक्ष मालीवाल ने भारत के न्यायतंत्र की पाकिस्तान की तुलना करते हुए कहा कि क्या हम पाकिस्तान से भी गये गुजरे हैं? क्या हमारा न्यायतंत्र पाकिस्तान की न्याय व्यवस्था से भी बदतर हो चला है।दरअसल कुछ महीनें पहले पाकिस्तान में एक नाबालिग बच्ची के साथ रेप की घटना सामने आई थी जिसके बाद पाक सरकार ने उस पर कड़क फैसला लेते हुए फास्ट ट्रेक कोर्ट की मदद से 6 महीने के भीतर आरोपी को सजा दिलाई थी।
स्वाति मालीवाल नें रेप के मामले में संविधान का हवाला देते हुए कहा कि संविधान के पूरे दायरे में दिल्ली पुलिस को 20 दिन के अंदर चार्जशीट फ़ाइल करनी होती है। अब जब 20 दिन में चार्जशीट फ़ाइल हो सकती है तो फास्ट ट्रैक कोर्ट में 6 महीने के अंदर सुनवाई क्यों नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि हमारे देश में फास्ट ट्रैक कोर्ट की कमी है। जिसके कारण अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
अब गौरतलब होगा कि कब तक देश की बेटियों के हक के लिए महिला आयोग की अध्यक्ष मालीवाल को अनशन पर बैठना पड़ता है। औऱ कब तर मोदी सरकार उनकी मांगो को लेकर उनसे मांग करेगी।