पिछले कुछ सालों में किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में बीएसपी कार्यकर्ताओं को घुटने टेक कर मायावती के पैर छूते हुए देखना आम हो चुका था. बीएसपी के राज्यसभा सांसद मुनकद अली ने मीडिया को बताया,”पार्टी के सभी कार्यकर्ता बहनजी (मायावती) का काफी सम्मान करते हैं. वे उन्हें अपना सबसे बड़ा नेता मानते हैं. ऐसे में उनके प्रति सम्मान दर्शाना आम बात है. वे जहां भी जाती हैं वे सम्मान दर्शाने के लिए उनके पैर छूते हैं. बहनजी ने कहा कि यह ठीक नहीं है और इस रोकने के लिए उन्होंने निर्देश दिए हैं.” पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बुरी तरह से हारने के बाद बीएसपी एक बार फिर अपनी जड़ें तलाशने में जुटी हुई है. समाज के अंदर ही यूपी में चंद्रशेखर आज़ाद से लेकर गुजरात में जिग्नेश मेवानी तक अलग-अलग आवाज़ें उठ रही है. ऐसे में बसपा. के लिए बहुत ज़रूरी है कि अपने लक्ष्य के तहत वो अलग-अलग राजनितिक दलों से लड़ कर अपना अस्तिव्व बचाए रखे।
बता दे कि! बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे उनके पैर ना छूएं.और बीएसपी नेताओं ने दावा किया कि यह निर्देश पिछले सप्ताह जारी किया गया था और इसके जरिए बीएसपी के सभी कार्यकर्ताओं को अंबेडकर से कांशी राम की विचारधारा के संबंध में संदेश दिया गया है।