जम्मू कश्मीर में पिछले दो-तीन दिनों से हालात बेहद ही नाजुक बने हुए हैं। जम्मू में दो दिनों में तीन जगह आतंकी हमला करमे की कोशिश की गई। जम्मू के सुंजवां के बाद सोमवार सुबह श्रीनगर के सीआरपीएफ हेडक्वार्टर पर भी हमले की कोशिश की गई थीॆॆॆ। जिसकी वजह से घाटी में हालात तनाव पूर्ण बने हुए हैं। इतना ही नहीं लोग अपने घरों से निकलने में डर रहे हैं। घाटी के लोग खोफजदा हो चुके हैं। हमले के बाद हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर ने ली है।इस कायराना आतंकी हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान से बातचीत की वकालत की है, वहीं पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान पर कड़ा बयान दिया है।

मुफ्ती ने ट्वीट कर अपील की है कि अगर हमें इस खून-खराबे को रोकना है तो पाकिस्तान के साथ बातचीत करना बेहद जरूरी है। उन्होंने लिखा कि मुझे पता है कि शाम तक मेरे इस बयान पर मुझे एंटी नेशनल घोषित कर दिया जाएगा, लेकिन इससे मुझे कोई फर्क नहीं पढ़ता। उन्होंने कहा कि हमलों के कारण जम्मू-कश्मीर के लोग मुश्किल झेल रहे हैं। जंग किसी भी तरीके से कोई विकल्प नहीं हो सकता।बहराल, जो भी हो लेकिन पाकिस्तान लगातार सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। पाक अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।