दिल्ली : बंगाल कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पाटीदार अमानत आंदोलन समिति (पास) के नेता हार्दिक पटेल के साथ बैठक की है जिसे लेकर राजनीतिक अटकलें तेज हो गई है। इस मुद्दे पर राजनीतिक पंडितों ने कयास लगाना शुरू किया है तो उसे स्वभाविक ही कहा जाएगा। आखिर ममता के बुलावे पर हार्दिक कोलकाता आए और उन्होंने भाजपा विरोधी लड़ाई में तृणमूल कांग्रेस को साथ देना का भरोसा दिया है तो इसका खास कारण है।

दरअसल पश्चिम बंगाल में भाजपा अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। मुकुल राय इसमें तृणमूल में सेंधमारी करने से लेकर हर हथकंडा अपना रहे हैं। इसलिए ममता भी सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर में घुस कर प्रहार करना चाहती है। इसलिए उन्होंने मोदी विरोधी युवा नेता हार्दिक पटेल को अपने साथ कर लिया है। हार्दिक पटेल भी ममता की लड़ाकू छवि से प्रभावित हैं।



उन्होंने ममता को लेडी गांधी करार दिया और उन्हीं के नेतृत्व में देश भर में भाजपा विरोधी मुहिम तेज करने की जरूरत बताई। गुजरात चुनाव के बाद जब कांग्रेस की कमान राहुल गांधी के हाथ में आ गई तो ममता ने उनसे दूरी बना ली। यहां तक कि राहुल के कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर ममता ने उन्हें बधाई नहीं दी। लेकिन वहीं गुजरात चुनाव के बाद ममता ने हार्दिक पटेल को फोन कर बधाई दी। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ममता भाजपा विरोधी लड़ाई में हार्दिक को कुछ ज्यादा ही महत्व देने लगी हैं।ममता ने हार्दिक को सीधे राजनीति में उतरने और तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है। इस साल के मध्य में होनेवाले पंचायत चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनावों ममता के नेतृत्व में कोई गठबंधन बनता है तो उनके साथ हार्दिक भी रहेंगे।

आपको बता दें की ममता भाजपा विरोधी लड़ाई में हार्दिक को अपना राजनीतिक हथियार बनाना चाहती हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद से हार्दिक लगातार ममता के संपर्क में हैं और मोदी विरोधी लड़ाई में वह अब ममता को साथ देने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने ममता को गुजरात आने को भी न्योता दिया है। जाहिर है ममता भाजपा विरोधी प्रचार के लिए गुजरात जाती हैं तो हार्दिक के सहयोग से मोदी विरोधी पूरा लड़ाकू दस्ता उनके साथ होगा। हार्दिक को अपने साथ रखकर ममता भाजपा पर राजनीतिक दबाव बनाए रखना चाहती हैं।

इस साल के मध्य में होनेवाले पंचायत चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनावों ममता के नेतृत्व में कोई गठबंधन बनता है तो उनके साथ हार्दिक ने रहने के संकेत साफ तौर पर दे दिये हैं ।