भागवत कथा करने का अधिकारी कौन है:

शास्त्रो ने स्त्रियों को कथा करना वर्जित बताई है फिर क्यों करती है कथा –

भागवत महापुराण में वर्णन आता है कि ब्राह्मण और वैष्णव संत ही भागवत कथा करने का अधिकारी है ,अधिकतर लोग ये कहते है कि ज्ञान तो कोई भी बाँट सकता है तो प्रश्न ये उठता है अगर हमें किसी चीज का ज्ञान हो जाये और वह करना गलत हो तो हमें नही करनी चाहिए और जब धार्मिक ग्रन्थ स्वयं कहते है की हमारा अध्ययन तो कोई भी कर ले लेकिन विधि पूर्वक कथा करने का अधिकारी ब्राह्मण अथवा संत ही है तो आज क्यों नीच वर्ण के लोग कथा करते है सिर्फ पैसो के लिए ।

स्त्री को क्यों बताया कथा न करने के लिए –

धार्मिक ग्रन्थ कहते है की हमें अशुद्ध अवस्था में स्पर्श भी न किया जाये अगर कोई करेगा तो पाप का अधिकारी होगा और स्त्री को रजस्वला दोष लगने के कारण उन्हें कथा न करने का शास्त्र आदेश देते है ।