दिल्ली : भारत के मिशन शक्ति का बखान कल खुद प्रधानमंत्री ने किया. उन्होंने राष्ट्र के नाम सम्बोधन में बताया कि कैसे ‘Low Earth Orbit’ में एक सैटेलाइट को मार गिराया गया. सीपीआई(एम) नेता सीताराम येचुरी ने इसे चुनाव आचार सहिंता का उल्लंघन मानते हुए चुनाव आयोग पहुंच गए हैं. CPI(M) नेता सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग से शिकायत की. येचुरी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा कि ये चुनाव आचार सहिंता का उल्लंघन है. अपने पत्र में लिखा कि इस तरह का मिशन देश को आमतौर पर DRDO बताता है लेकिन इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने इसको लेकर राष्ट्र के नाम संबोधन किया.
चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक आयोग इस पर आंतरिक तौर पर सलाह मशविरा कर रहा है. आयोग ने अपने कानूनी और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम को पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम संदेश की लिखित प्रति मुहैया कराई है. टीम इसके एक एक शब्द पर गहराई से विचार कर रही है ताकि किसी भी शब्द पर किसी प्रकार से कानून या संहिता का उल्लंघन होता हो तो इस पर जवाब मांगा जा सके.
येचुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लोकसभा चुनाव 2019 में वो उम्मीदवार है, ऐसे में चुनाव आचार सहिंता लागू होने के बाद उनको इसकी इजाजत कैसे दी जा सकती है? सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग से ये पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संदेश के बारे में चुनाव आयोग को पता था? क्या चुनाव आयोग ने नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की इजाज़त दी थी? सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग से ये पूछा है की पूरा देश जानना चाहता है कि आखिर चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की इजाजत कैसे दी वो भी तब जब लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है और चुनाव आचार संहिता लागू है.