पटना : बड़ा मजाक है साहब. पुलवामा के बाद तो आप मुझे भूलते ही नहीं थे. घूम घूम कर खूब रैली किया और देश की सेनाओं और पुलवामा के शहीदों का नाम लिया और आज तो आप भूल ही गए साहब. आज हम में से एक भाई कफ़न में लिपट कर अपने घर को निकला मगर ये क्या साहब आज तो आप तो आप आपके नेताओ ने भी सारा वक़्त आप के आओ भक्त में लगा दिया. चलिए ठीक है कम से कम बिहार के इस सपुत्र के लिए दो मिनट मौन वर्त ही रखवा कर याद कर लेते साहब.

बहरहाल देश के राजनेता की यही हकीकत है. उन्हें शहीदों की कितनी चिंता है, यह रविवार को पटना एयरपोर्ट पर दिखा. पटना में आज प्रधानमंत्री मोदी की रैली भी थी और आज ही कुपवाड़ा में आतंकियों के हाथों शहीद हुए बिहार के शहीद पिंटू सिंह की पार्थिव शरीर भी पटना एयरपोर्ट पहुँचा लेकिन भाजपा, जदयू और लोजपा में से किसी भी पार्टी का कोइ भी नेता शहीद श्रद्धांजलि देने एयरपोर्ट नहीं पहुंचा. जबकि रैली में शहीदों की खूब चर्चा राजग के सभी नेताओं ने की लेकिन शहीद को एयरपोर्ट पर लेने आना किसी ने ज़रूरी नहीं समझा. सभी ने रैली को तरजीह दिया. भाजपा या जदयू के किसी नेता के एयरपोर्ट पर अपने लाडले को श्रद्धांजलि देने के लिए नहीं आने से शहीद के परिजनों के आँखों में निराशा दिखी.

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा एयरपोर्ट आकर अपनी और अपने पार्टी कि ओर शहीद को श्रद्धांजलि दिया. इनके अलावा किसी और नेता की चहल कदमी नहीं दिखी.

शहीद पिंटू सिंह बिहार के बेगुसराय के रहने वाले थे. उनके पार्थिव शरीर को पटना से हेलीकॉप्टर के माध्यम से बेगुसराय भेजा गया. बता दें कि कुपवाड़ा में पिछले कई घंटे से मुठभेड़ चल रही है. इस मुठभेड़ में दो सीआरपीएफ के जवान और दो जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान शहीद हो गए. इनमें ही एक शहीद हैं पिंटू सिंह.