पटना : पटना का तापमान इस वक्त 15 डिग्री दर्ज किया गया है। 10 बजे के बाद यह घटकर 9 डिग्री पर चला जायेगा। आधी रात तक तापमान के 7 डिग्री पर जाने की पूरी संभावना है। पटना में रविवार को 7.4 तापमान दर्ज किया गया है। पटना में कंपकंपाती, हांड़-मांस को गलाने वाली ठंड पैर पसारती जा रही है। शाम होते ही आसमान में कुहरा घेरा डाल लेता है। कभी-कभी पछुआ हवा शरीर में सिहरन पैदा कर देती है। शाम से ही सड़कों पर भीड़ कम हो जाती है। पूस मास के आगमन से ही ठंड ने अपनी जड़े जमा दी है। पटनावासियों के लिए दिन में निकलता धूप ही राहत भरा होता है। सारी गृहणियां अपने-अपने काम से निपटकर छत्त पर धूप सेंकने बैठ जाती है। रविवार को पूरा परिवार साथ बैठकर धूप का आनंद ले रहा है। लेकिन ज्यादा ठंड की वजह से शाम से सारे लोग अपने-अपने घरों में बंद हो जाते हैं। ठंडियों की छुट्टी स्कूलों में 25 दिसंबर से कर दी जायेगी। शहर के कई परिवार पिकनीक की तैयारियों में व्यस्त हैं। इस कंपकंपाती ठंड के बारे में पूछे जाने पर पटनावासियों ने अपनी राय रखी है।

कंपकंपाती ठंड पर पटनावासियों की राय :-

कंकड़बाग की सोनम देवी कहती है, ‘हम लोग तो ठंड में परेशान हो जाते हैं। सबसे मुश्किल किचन में प्रवेश करना होता है। साथ में कपड़ा धोना भी इंपोसिबल लगता है।

मगध महला की छात्रा पिंकी कुमारी कहती हैं, ‘ठंड इतनी पड़ती है कि मुझे कॉलेज जाने का मन नहीं करता है, लेकिन दिन में धूप निकलने से आराम हो जाता है।

ठेला लगाने वाला रमाश्रय राय बोले, ‘सुबह और शाम को ठंड इतना पड़ता है कि जल्दी-जल्दी सामान बेचकर घर जाने का मन करता रहता है, साथ में ग्राहक भी घट जाते हैं।

बीएन कॉॅलेज का छात्र बबलू सिंह ने कहा, ‘हम तो हॉस्टल में रहते हैं, पहले वहां का सारा काम करने के बाद तब कॉलेज जा पाते हैं, इतना ठंड है कि बरदाशत नहीं होता है।

पटना वीमेंस कॉलेज की छात्रा मोहिनी चौहान ने कहा, ‘ठंड के बारे में मत पूछिये ‘ओह माई गॉड’ इतनी ठंड तो मैंने बचपन से आज तक नहीं देखी थी।

राजवंशी नगर निवासी, धीरज कुमार ने कहा, ‘मैं अपने साथियों के साथ अलाव जलाता हूं, ताकि ठंड से बचा जा सके, और कुछ राहत मिले।