इस्तांबुल: तुर्की के राष्ट्रपति तय्यिप एर्दोगन ने कहा कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तुर्की की सेना सीरिया में खतरनाक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी. इस्तांबुल में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एर्दोगन ने ये बाते कही.


अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार को एलान किया था कि वह सीरिया में तैनात करीब दो हजार सैनिकों को वापस बुलाएंगे क्योंकि वह अब आईएस के खिलाफ जंग में जीत चुके हैं. इस फैसले के विरोध में अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.


ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप के इस फैसले से सीरिया में पिछले सात साल से जारी संघर्ष का हल निकालना और मुश्किल हो जाएगा. अमेरिकी सैनिकों की वापसी के तुर्की के साथ मतभेद की प्रमुख वजह भी समाप्त हो जाएगी.


राष्ट्रपति एर्दोगन लंबे समय से अमेरिका पर यह आरोप लगाते आये हैं कि वह आइएस के खिलाफ अपनी जंग में सीरियाई कुर्द वाईपीजी के लड़ाकों का समर्थन करता है.


दरअसल, तुर्की वाईपीजी को एक आतंकी संगठन मानता है, जो कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) का हिस्सा है. पीकेके तुर्की में कुर्द स्वायत्तता की मांग को लेकर लड़ाई लड़ रहा है.