प्रातः काल किन वस्तुओं का दर्शन करना शुभ माना जाता है तथा किस का अशुभ माना जाता है।

प्रातः काल उठकर हथेली अपने दोनों हाथों का दर्शन करना शुभ माना जाता है।

कराग्रे वसते लक्ष्मी,
कर मध्ये सरस्वती।
कर मूले तू गोविन्द,
प्रभाते कर दर्शनम्।।

हाथों के अग्र भाग में लक्ष्मी जी का वास होता है हाथ के मध्य भाग में सरस्वती जी वास करती हैं और हथेली के अंत में भगवान विष्णु का निवास स्थान है इसलिए प्रातः काल हथेली का दर्शन अति शुभ माना जाता है।

एक आंख का काना निवस्त्र और पापी व्यक्ति तथा विधवा स्त्री का प्रातः काल दर्शन करना अशुभ माना जाता है तथा विधवा स्त्री का प्रातः काल दर्शन करना अशुभ माना जाता है।

इसका वैज्ञानिक कारण भी है कि देखने और ना देखने योग्य वस्तुओं का विचार मनोविज्ञान पर निर्भर होता है जिसका दिनभर मन मस्तिष्क पर प्रभाव बना रहता है।