अनुज अवस्थी, हैदराबाद: 11 साल पहले हैदराबाद में हुए मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले के फैसले के तुरंत बाद एनआई जज रवींद्र रेडी ने सभी को सकते में डालते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हलांकि अभी ये साफ नहीं हुआ है कि जज रवींद्र ने अपने पद से इस्तीफा किसी के दबाव में आकर दिया है या फिर इसकी वजह कुछ और है।
खबरों के मुताबिक जज रेडी का कहना है कि उन्होंने पद से इस्तीफा निजी कारणों के चलते दिया है। कारण जो भी रहा हो लेकिन किसी मामले के फैसले के तुरंत बाद जज का इस्तीफा देने अपने आप में चौकाने वाला है।
सूत्रों की माने तो उनके इस्तीफे को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कोई इसे दबाव का रुप दे रहा है तो कोई इसे राजनैतिक चश्में से देख रहा है।
क्या था मक्का मस्जिद मामला: 11 साल पहले 18 मई 2007 को हुए इस जोरदार धमाके में 9 लोगों की मौत और तकरीबन 58 लोग गंभीर रुप से घायल हो गए थे। आपको जानकारी के लिए बता दें कि गत 11 वर्षों में इस मामले में कई तरह के उतार चड़ाव आ चुके हैं।
इस मामले की जांच की शुरुआत सबसे पहले हैदराबाद पुलिस ने शुरु की थी जिसके बाद इसा मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया था।सीबीआई की जांच में हिंदूवादी संगठन अभिनव भारत का नाम आया, जिसके बाद 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि सीबीआई ने तकरीबन 68 चश्मदीद की गवाही दर्ज की थी जिसमें से अब 54 गवाह अपने बयान से मुकर गए।