मधेपुरा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नौ अप्रैल को जो पटना छोड़ा तब से वो मधेपुरा में ही डेरा डाले हुए हैं. नीतीश वहीं से दूसरे और तीसरे चरण में होने वाले चुनाव से संबंधित सीटों पर अपने प्रचार अभियान को अंजाम दे रहे हैं. नीतीश कुमार अपने चुनाव सभा करने के बाद वापस मधेपुरा आकर रात्रि विश्राम करते है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बांका लोकसभा के धोरैया और शाहकुंड में एनडीए प्रत्याशी गिरिधारी यादव, किशनगंज के टेढ़ागाछ में प्रत्याशी महमूद अशरफ और पूर्णिया के धमदाहा में प्रत्याशी संतोष कुशवाहा के पक्ष में चुनावी सभा किया.

अपनी सभा में नीतीश कुमार ने कहा कि वो जाति,धर्म, संप्रदाय एवं मजहब के नाम पर राजनीति नहीं करते, सेवा ही हमारा धर्म है.. कुछ लोग सेवा नहीं सत्ता हासिल कर धन कमाना चाहते हैं. न्याय के साथ विकास ही हमारा एकमात्र लक्ष्य है.

नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में सेवा करने का मौका वर्ष 2005 से मिला है. तब से हर क्षेत्र में तरक्की हो रही है. शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, बिजली, सड़क, पुल, सुरक्षा सभी क्षेत्र में विकास तेजी से हुआ है. राज्य में 1128 मदरसा विद्यलयों के शिक्षकों को मार्च 2019 से सातवां वेतनमान का लाभ दिया जा रहा है. 814 अतिरिक्त मदरसा विद्यालय में मदरसा शिक्षकों को सरकारी विद्यालय के शिक्षकों के बराबर वेतन दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने वाला बिहार पहला राज्य है. अति पिछड़ों में सिर्फ हिंदू ही नहीं मुस्लिम भी हैं. अब मुखिया, प्रमुख, जिला परिषद ,नगर निकाय, नगर निगमों में भी महिलाओं की खासी भागीदारी है. हर गांव में पक्की सड़कों का जाल बिछा है. पति-पत्नी की सरकार में बिहार गर्त में चला गया था, अब विकास के रास्ते पर है.