नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय कमेटी ने गुरुवार आलोक वर्मा को बतौर सीबीआई निदेशक पर से बर्खास्त कर दिया है. आलोक वर्मा का ट्रांस्फर कर उन्हें फायर सर्विस सिविल डिफेंस एंड होम गार्ड का डीजी बनाया गया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आलोक वर्मा ने अपना पद फिर से संभाल लिया था. राकेश अस्थाना से विवाद के चलते सरकार ने इससे पहले आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया था. जानकारी के मुताबिक सिलेक्ट कमेटी में आलोक वर्मा पर चर्चा के बाद वोटिंग हुई जिसमें आलोक वर्मा के खिलाफ 2-1 से फैसला आया. मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके पक्ष में वोट देते हुए कहा कि आलोक वर्मा का पक्ष सुना जाना चाहिए लेकिन कमेटी का फैसला उनके खिलाफ था. इस मीटिंग में चीफ जस्टिस के प्रतिनिधि के तौर पर जस्टिस ए के सीकरी मौजूद थे.

सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी और जस्टिस सीकरी ने माना कि आलोक वर्मा की वजह से संस्थान की साख को धक्का पहुंचा है. हालांकि मल्लिकार्जुन खड़गे ने आलोक वर्मा के पक्ष में दलीलें रखीं. गौरतलब है कि कोर्ट ने आलोक वर्मा के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा था कि वो उच्च स्तरीय कमेटी की मीटिंग हो जाने तक पॉलिसी को लेकर कोई बड़ा फैसला नहीं करेंगे.