भारत ने 10 विकेट से हैदराबाद टेस्ट जीता
हैदराबाद : भारत-वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की सीरीज का आखिरी मैच भारत ने 10 विकेट से जीता। इसी के साथ भारत ने सीरीज भी 2-0 से जीत लिया। पहली पारी में अच्छे स्कोर खड़ा करने वाली वेस्टइंडीज टीम दूसरी पारी में पूरी तरह लड़खड़ा गई। भारत को पहली पारी में 56 रन की बढ़त हासिल हुई थी। वेस्टइंडीज के पास भारत को चुनौती देने का एक बड़ा मौका था, जिसे वेस्टइंडीज के बल्लेबाज सफल नहीं बना सके। वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के ओपनर 0 पर आउट हो गए। पहली पारी के शतकवीर रहे रॉस्टन चेज मात्र 6 रन पर आउट हो गए। वेस्टइंडीज अपनी दूसरी पारी में मात्र 127 रन ही बना पाया। इस प्रकार वेस्टइंडीज ने भारत के सामने मात्र 71 रन का लक्ष्य रखा।
पहली पारी में थोड़ी बेपटरी नजर आ रही भारतीय गेंदबाजी ने दूसरी पारी में जबरदस्त वापसी की। उमेश यादव ने दूसरी पारी मे भी 4 विकेट लिये। जडेजा को 3 विकेट और अश्विन को 2 विकेट हासिल हुआ। वहीं कुलदीप यादव के खाते में 1 विकेट गया।
भारत को मिले आसान लक्ष्य को भारतीय ओपनरों ने बिना कोई विकेट गंवाए ही पा लिया। ओपनर पृथ्वी शॉ और के एल राहुल ने 33 रन की विजय पारी खेली। इसी के साथ भारत ने हैदराबाद टेस्ट को 10 विकेट से जीत लिया।
गेंदबाज उमेश यादव को मैन ऑफ द मैच मिला। उन्होंने दोनों पारियों में 10 विकेट लिये। अपना पहला सीरीज खेलने वाले भारतीय ओपनर पृथ्वी शॉ को मैन ऑफ द सीरीज दिया गया। पृथ्वी ने इस मौके पर कहा कि ये मेरे लिये यादगार लम्हा है, भारतीय टीम के लिए गेम को जीत के रूप में समाप्त करना मेरे लिए खुशी की बात है। टीम 2-0 से जीती और मुझे मैन ऑफ द सीरीज मिला यह यादगार रहेगा। यह सीरीज मेरे लिए एक यात्रा की तरह रहा, हम सभी परिवार की तरह हैं, यहां कोई सीनियर या जूनियर नहीं है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस मौके पर कहा कि, सुबह मुझे नहीं लगा था कि हम खेल को तीन दिनों में समाप्त कर पायेंगे। वेस्टइंडीज ने शानदार गेम खेला, हमें 56 रन की बढ़त हासिल थी, जो हमारे लिए बोनस था। हम थोड़ी और बढ़त हासिल कर सकते थे, मगर हमारे गेंदबाजों ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। हम घरेलू सीरीज में जानते हैं कि दबाव से कैसे निपटना है, यही हमारी जीत का कारण है।
वेस्टइंडीज कप्तान जेसन हॉल्डर ने कहा, निश्चित ही दूसरी पारी में हमारा अच्छा न खेल पाना निराशाजनक रहा। हमने पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन किया था, हम उसे दोहरा नहीं पाये। मगर फिर भी सारा श्रेय भारतीय टीम को जाना चाहिए। उन्होंने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया।