मुजफ्फरपुर. वैशाली सीट से लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी ने नामांकन के समय शपथपत्र में एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज प्राथमिकी की जानकारी नहीं दी. राजद की ओर से आपराधिक मुकदमा छिपाने का आरोप लगाया गया. महागठबंधन के उम्मीदवार डाॅ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने बुधवार को आपत्ति दर्ज कराई और नामांकन रद्द कर वीणा की गिरफ्तारी की मांग की. दोपहर में शुरू हुआ ये बवाल रात के ११.३० तक जारी रहा. मुजफ्फरपुर डीएम ने भी मांग को नियम सम्मत बताया और गुरुवार को वीणा देवी को अपना पक्ष रखने को कहा गया है.
क्या है मामला ?
एससी-एसटी एक्ट के तहत 2005 में वीणा समेत 12 पर लालगंज थाने में मामला दर्ज कराया था. वीणा देवी ने अपने शपथ पत्र में इसकी कोई जानकारी नहीं दी. इस केस में वारंट भी निकल चुका है.
क्या कहा वीणा देवी ने-
वीणा देवी का कहना है कि हार के डर से विपक्ष घबरा गयी है. ये जनता के बीच चुनाव लड़ने से पहले नामांकन का विरोध कर रही है. और जिस केस की बात सामने आयी है वो २००५ का मामला है. जिसमे केस पुलिस फ़ाइनल कर चुकी है. यह केस एसटी-एससी की धाराओं से संभंधित नहीं है ये भादवी धारा ५०४ से सम्बंधित है.
तेजस्वी ने क्या कहा-
तेजस्वी ने कहा कि अगर नामांकन पत्र में खामी है और समय पूरा हो गया है तो फैसला तुरंत होना चाहिए. प्रशासन सरकार के इसारे पर काम कर रहा है.