नई दिल्ली: केंद्र सरकार के साथ चल रही तनातनी के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इसके पीछे व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है. आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से मोदी सरकार और गवर्नर उर्जित पटेल के बीच मनमुटाव की ख़बरें आ रही थीं. कहा जा रहा था कि सरकार ने आरबीआई एक्ट के सेक्शन-7 के भीतर अपने विशेषाधिकार को लागू कर दिया है. इसे रिज़र्व बैंक की स्वायत्ता में हस्तक्षेप माना गया था. रिज़र्व बैंक और सरकार के साथ इन मतभेद की खबरों के बाद ही यह अटकलें लगाई जाने लगी थी कि उर्जित पटेल पद छोड़ सकते हैं. माना जा रहा है कि गवर्नर के इस्तीफे के बाद अब डेप्युटी गवर्नर भी पद छोड़ सकते हैं.
उर्जित पटेल ने रिज़र्व बैंक के वेबसाइट पर जारी बयान में कहा गया है, निजी कारणों से मैंने तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया है. वर्षों तक रिजर्व बैंक में विभिन्न जिम्मेदारियों के साथ मुझे रिजर्व बैंक में सेवा का मौका मिला, यह मेरे लिए सम्मान की बात है।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘आरबीआई स्टाफ, ऑफिसर्स और मैनेजमेंट के समर्थन और कड़ी मेहनत से बैंक ने हाल के वर्षों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। मैं इस मौके पर अपने साथियों और आरबीआई के डायरेक्टर्स के प्रति कृतज्ञता जाहिर करता हूं और उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं।’
गौरतलब है कि भारत सरकार ने अगस्त 2016 में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल को नया गवर्नर घोषित किया था. उन्होंने रघुराम राजन की जगह ली थी. उनका कार्यकाल 3 साल का था. जो सितंबर 2019 में खत्म होने वाला था.