नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में मंगलवार को सेना कैंप पर एक और आतंकी हमले की कोशिश की गई। लेकिन गेट पर तैनात जवान की चौकसी की वजह से इस कोशिश को नाकाम कर दिया। जानकारी के लिए आपको बता दें कि मोटरसाइकिल पर सवार दो आतंकवादियों ने तड़के करीब 4.30 बजे दोमाना इलाके में सैन्य शिविर के गेट पर पहुंचकर सुरक्षा कर्मियों की चौकी पर गोलियां चलाई। सैनिकों ने जैसे ही जवाबी कार्रवाई में गोलियां की बौछार की उन फिदायनियों को मैदान छोड़कर भागना पड़ा। सेना की और से फिदायनियों का मार गिराने के लिए सर्च आॅपरेशन चलाया जा रहा है। गौरतलब है इससे पहले शनिवार को भी जम्मू में सुंजवान सैन्य शिविर पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 7 जवानो को अपनी शहादत देनी पड़ी थी।
उधर, श्रीनगर के करन नगर में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। फिलाल सेना इमारत के अंदर छानबीन कर रही है। इसी बीच वहां पर पत्थरबाजी शुरू हो गई है। इससेे पहलेे कश्मीर के आईजीपी स्वयं प्रकाश पाणि ने कहा कि श्रीनगर में मुठभेड़ अंतिम चरण में है और कभी भी एनकाउंटर खत्म हो सकता है। वहीं सुरक्षाबलों ने इमारत में रहने वालों लोगों को सोमवार को बाहर निकाल लिया था। आपको बताते चलेें कि अंधेरे का फायदा उठाकर आतंकी भाग न जाएं, इसलिए सुरक्षाबलों ने रात में फायरिंग रोक दी थी। इससे पहले सोमवार को आतंकियों की फायरिंग में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया था।
पाकिस्तान अपनी इन कायराना हरकतों से कब बाज आएगा। लगता है अब समय आ गया है जब नापाक पाक को उसी की भाषा में जवाब दिया जाए, क्योंकि पानी अब सर से उपर होती जा रहा है। अगर इस नापाक मंसूबों वाले पाकिस्तान का जल्द से जल्द इलाज नहीं किया गया तो हमारे जवानों की शहादत ऐसे ही होती रहेगी। मोदी सरकार को पाकिस्तान का स्थिर तौर पर कोई हल निकालना चाहिए ताकि इस पर सही मायने में नकेल कसी जा सके।